नई दिल्ली: सीबीआई (CBI) ने सोमवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि 2017 में उन्नाव (Unnao) पीड़िता के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म करने वाले तीन लोगों के खिलाफ वह 10 अक्टूबर को आरोपपत्र दाखिल करेगी. यह घटना तब हुई थी जब पीड़िता नाबालिग थी. एक वकील ने इस बारे में बताया.
यह मुकदमा उस मामले से अलग है, जिसमें निष्कासित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) 2017 में युवती का कथित उत्पीड़न करने के लिए मुकदमे का सामना कर रहे हैं.
कार्यवाही से अवगत एक वकील ने बताया कि बंद कमरे में चली सुनवाई में जांच एजेंसी ने जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा को बताया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा मंजूर तय समय के भीतर आरोपपत्र दाखिल करने की संभावना है.
शीर्ष अदालत ने 25 सितंबर को मामले में सीबीआई को अपनी जांच पूरी करने के लिए दो और हफ्ते का समय दिया था. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर का समय तय किया है.
युवती से सेंगर और तीन अन्य- शुभम सिंह, नरेश तिवारी और ब्रजेश सिंह यादव ने 2017 में दो अलग-अलग घटनाओं में कथित दुष्कर्म किया था. घटना के वक्त युवती नाबालिग थी.