दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के गीदम थाना क्षेत्र के कासौली स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) शिविर से दो एसएलआर और 70 चक्र कारतूस गायब होने के मामले में बुधवार को बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले में आरक्षक सहित एक सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है.
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी), डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया, "दो एसएलआर और 70 चक्र कारतूस बरामद किया गया है. आरोपी आरक्षक राजू कुजूर और सहयोगी ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया है. राजू कुजूर कसौली में पदस्थ है, जो 2009 बैच का आरक्षक है. आरक्षक ने नक्सली नेताओं से दो एसएलआर और 70 चक्र कारतूस का सौदा किया था."
एसपी ने बताया, "सौदे के अनुसार, नक्सली एक हथियार की कीमत ढाई लाख रुपये दे रहे थे. दो को बेचने पर पांच लाख रुपये मिलना था. 50 बंदूकों का सौदा नक्सलियों से किया था. इसके एक चक्र कारतूस का सौदा 500 रुपये में हुआ था. अधिकारी जवान से पूछताछ कर रहे हैं, जिसमें और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं."
डॉ. पल्लव के अनुसार, आरक्षक ने दोनों हथियारों को जंगल में महुआ पेड़ के नीचे छुपा रखा था. आरोपी कनसीन टीन को उठाकर शिविर के अंदर घुसे थे. जवान छुट्टी लेकर शिविर से जा चुका था, जिसके बाद उसने नक्सलियों से हथियारों का सौदा किया था.