बुलंदशहर हिंसा: सुबोध कुमार की बहन ने मुआवजा लेने से किया इंकार, पुलिस पर लगाए सनसनीखेज आरोप
बुलंदशहर हिंसा में मारे गए पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और उनकी बहन (Photo: ANI)

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुलंदशहर (Bulandshahr)के स्याना गांव में सोमवार को गौहत्‍या की अफवाह के बाद फैली हिंसा और एक पुलिस अधिकारी के मारे जाने के मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुलिस ने कुल 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वहीं, इस हिंसा में मारे गए पुलिस इंस्‍पेक्‍टर सुबोध कुमार (Subodh Kumar) ने पुलिस पर ही सनसनीखेज इलजाम लगाए हैं. उन्होंने मुआवजा लेने से भी इनकार कर दिया है.

समाचार एजंसी एएनआई के अनुसार सुबोध कुमार की बहन ने कहा है कि वे अखलाक लिंचिंग केस की जांच कर रहे थे. मेरे भाई को पुलिस ने मिलकर मरवाया है.

सोमवार को भीड़ के इस हमले में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत हो गई थी. एडीजी के मुताबिक, इंस्पेक्टर सुबोध की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उन्हें गोली लगने की पुष्टि हुई. रिपोर्ट के मुताबिक गोली उनकी बाईं भौंह से होते हुए सिर के अंदर चली गई. उन्होंने बताया कि घटना में मारे गए सुमित पुत्र अमरजीत निवासी चिंगरावठी के शव का भी पोस्टमॉर्टम हो गया है जिसकी रिपोर्ट में उसकी मृत्यु का कारण गोली लगना बताया गया है. इससे पहले आज सुबह दिवंगत सुबोध कुमार को पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी गई.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.