लखनऊ: बुलंदशहर (Bulandshahr) हिंसा ने उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं. यूपी पुलिस के साथ-साथ सूबे की योगी सरकार भी आलोचकों के निशाने पर है. इस बाबत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार रात नौ बजे सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर एक मीटिंग बुलाई है. इस मीटिंग में एडीजी आनंद कुमार समेत होम सेक्रेटरी आदि भी शामिल होंगे. यूपी पुलिस (UP Police) और राज्य के लॉ एंड ऑर्डर पर भी उठे सवालों और मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री ने ये बैठक बुलाई है.
मुख्यमंत्री की आज की बैठक में मुख्य रडार पर कानून-व्यवस्था सही नियंत्रण न कर पाने अफसर रहेंगे. इनमें बुलंदशहर, सीतापुर, लखनऊ, इलाहाबाद और वाराणसी समेत कई जिलों के ऑफिसर्स के नाम शामिल हैं. इस बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार के साथ डीजीपी ओपी सिंह और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार मौजूद रहेंगे. इस बैठक में ही कानून-व्यवस्था ना संभाल पाने वाले कई आईपीएस अफसरों पर गाज गिर सकती है. यह भी पढ़ें- बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी का आरोप, कहा- मेरे पति साजिश का शिकार हुए, पहले भी हुए थे हमले
: बुलंदशहर हिंसा मामले में अब तक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. जो 4 लोग पुलिस की गिरफ्त में हैं उनके बारे में पुलिस का कहना है कि वह किस संगठन से इसके बारे में पता नहीं चल सका है. हालांकि गांव के पूर्व सरपंच का कहना है कि हम सभी पशुओं को दफनाने के लिए मान गए थे लेकिन अचानक बजरंग दल वालों ने पथराव शुरू कर दिया और इसके बाद हिंसा शुरू हो गई.
इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ विपक्ष के निशाने पर गए हैं जो इस समय राजस्थान में बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं.आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उनका इस्तीफा मांगा है. सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की बदहाली के लिये जिम्मेदार राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पद से इस्तीफा दे देना चाहिये. सिंह ने ट्वीट कर कहा 'योगी के राज में उत्तर प्रदेश की क़ानून व्यवस्था बदहाल हो चुकी है. क़ानून का राज, जंगलराज में तब्दील हो चुका है. योगी से प्रदेश नहीं संभल रहा, उनको अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिये.'