लखनऊ: बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr-violence) मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) का मोबाइल उनके हत्या के आरोपी प्रशांत नट के घर से बरामद होने का दावा किया था. लेकिन इस मामले में सोमवार को एक नया मोड़ आ गया है. आरोपी प्रशांत नट की पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का मोबाइल पुलिस खुद अपने साथ लाई थी. दो पुलिस वाले उनके पति का कमरा कौन सा है पूछते हुए घर में घुसे घर में रखे टेबल पर एक फोन रख दिया. जब हमने कहा कि ये हमारा नहीं है तो उन लोगों ने हमें चुप करा दिया.
बता दें कि एक दिन पहले एसआईटी की तरफ से ये दावा किया गया था कि ये मोबाइल हत्या के मुख्य आरोपी प्रशांत नट के घर में छापा मारकर बरामद किया है. एसआईटी ने कहा था कि इंस्पेक्टर सुबोध के मोबाइल के साथ-साथ उसके घर से और 6 मोबाइल मिले हैं. प्रशांत नट बुलंदशहर हिंसा मामले में उसका नाम भी एफआईआर में शामिल है. उसे पुलिस कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था. प्रशांत नट पर ही आरोप है कि उसने ही इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को गोली मार कर हत्या किया था. यह भी पढ़े: बुलंदशहर हिंसा मामले में ADG प्रशांत कुमार का बयान, कहा- हमने अपनी मर्जी से इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवार वालों को डोनेट किए हैं 70 लाख रुपए
3 दिसंबर को हुई थी हिंसा
बता दें कि गोकशी के आरोप के बाद 3 दिसंबर 2018 को बुलंदशहर में हिंसा हुई थी. इस दौरान
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत चिंगरावठी गांव के रहने वाले सुमित कुमार की हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद पुलिस ने करीब दो दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था. उस एफ आई आर में प्रशांत नट का भी नाम है. जिसे पुलिस ने कुछ दिन पहले सिकंदराबाद से गिरफ्तार किया था.