बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने फ्लैग मीटिंग के दौरान बेवजह की थी फायरिंग, एक भारतीय जवान शहीद
सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) ने अपनी जांच में पाया है कि पिछले सप्ताह भारतीय जवान की जान लेने वाली ‘बीजीबी’ की गोलीबारी ‘‘अकारण और अवांछित’’ थी.
कोलकाता: सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) ने अपनी जांच में पाया है कि पिछले सप्ताह भारतीय जवान की जान लेने वाली ‘बीजीबी’ की गोलीबारी ‘‘अकारण और अवांछित’’ थी. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (Border Guard Bangladesh) (बीजीबी) के एक कर्मी ने 17 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मुर्शिदाबाद जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास फ्लैग मीटिंग (Flag Meeting) के दौरान अपनी एके-47 राइफल से गोली चला दी थी जिसमें बीएसएफ के हेड कांस्टेबल विजयभान की जान चली गई थी और एक अन्य जवान राजवीर यादव घायल हो गए थे.
बीएसएफ के सूत्रों ने कहा, ‘‘बीजीबी की गोलीबारी अकारण और अवांछित पाई गई है. घटना के बाद, बीजीबी ने कहा था कि बीएसएफ के कर्मियों ने बांग्लादेश के क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश किया था. ऐसा प्रतीत होता है कि यह मारने के लिए की गई अकारण गोलीबारी को उचित ठहराने का प्रयास है.’’
सूत्रों ने जांच रिपोर्ट के हवाले से कहा, ‘‘यह तर्क भी अनुचित पाया गया है क्योंकि बीएसएफ की टीम बीजीबी कर्मियों से सूचना मिलने के बाद वहां गई थी.’’
बीजीबी ने दो पकड़े गए भारतीय मछुआरों को रिहा करते हुए उनसे कहा था कि वे बीएसएफ को सूचना दें और फ्लैग मीटिंग करने के लिए कहें.
सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ का प्लाटूर कमांडर का अपनी टीम के साथ बीजीबी चौकी की ओर जाने की विधि सम्मत गतिविधि को बांग्लादेश में घुसपैठ के रूप में देखना तथ्यों को गलत तरीके से पेश करना है.
उसने बताया कि गोलीबारी के बावजूद बीएसएफ ने बहुत धैर्य का परिचय दिया और सीमा बल के उच्च मूल्यों का पालन किया.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत और बांग्लादेश के सीमा प्रहरी बलों के बीच दोस्ताना रिश्ते हैं और दशकों से उनके बीच गोलीबारी नहीं हुई है. भारत बांग्लादेश की 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है.