हैदराबाद, 27 जुलाई : भारत बायोटेक के कोविड-19 (COVID-19) टीके ‘कोवैक्सीन’ के प्रस्तावित क्लिनिकल ट्रायल को निलंबित किए जाने के बाद ब्राजील ने आपातकाल में इस टीके के इस्तेमाल को अनुमति देने का अनुरोध ठुकरा दिया है. टीका निर्माता कंपनी ने ब्राजील में अपने साझेदारों के साथ करार रद्द कर दिया था, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीकी देश ने यह फैसला किया. ब्राजील की राष्ट्रीय स्वास्थ्य निगरानी एजेंसी ‘अन्विसा’ की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इसके कॉलेजिएट बोर्ड ने ‘‘कोवैक्सीन टीके के प्रायोगिक आधार पर आपातकालीन उपयोग को अस्थायी रूप से अधिकृत करने संबंधी प्रक्रिया को बंद करने का’’ शनिवार को सर्वसम्मति से निर्णय लिया. इससे पहले, अन्विसा ने कोवैक्सीन का क्लीनिकल परीक्षण निलंबित कर दिया था.
दक्षिण अमेरिकी देश के स्वास्थ्य नियामक ने बताया था कि वहां उसके साझेदार के साथ कंपनी का समझौता समाप्त किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. अन्विसा ने कहा, ‘‘भारतीय कंपनी भारत बायोटेक लिमिटेड इंटरनेशनल ने सूचित किया कि अब नेसेसिदेद कंपनी ब्राजील में भारत बायोटेक का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकृत नहीं है, जिसके बाद यह फैसला किया गया.’’ ब्राजील की कंपनी नेसेसिदेद ने कोवैक्सीन के आपालकाल में इस्तेमाल को अधिकृत करने का अनुरोध किया था, जिसे अन्विसा ने ठुकरा दिया. भारत बायोटेक ने ब्राजीलियाई बाजार के लिए अपने कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को लेकर प्रेसिसा मेडिकामेन्टोस एंड एन्विक्सिया फार्मास्युटिकल्स एलएलसी के साथ हुए समझौता ज्ञापन को रद्द करने की 23 जुलाई को घोषणा की थी. यह भी पढ़ें : COVID-19 Update: दुनियाभर में कोरोनावायस के मामले 19.5 करोड़ से ज्यादा
ब्राजील सरकार के साथ टीकों की दो करोड़ खुराक की आपूर्ति के सौदे के विवादों में आने और ब्राजील में प्राधिकारियों द्वारा जांच शुरू करने के बाद यह समझौता खत्म किया गया. भारत बायोटेक ने 26 फरवरी को कहा था कि उसने 2021 की दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराकों की आपूर्ति करने के लिए ब्राजील सरकार के साथ एक समझौता किया है. भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद ब्राजील सरकार ने कोवैक्सीन का ऑर्डर अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है. भारत बायोटेक ने अपने ब्राजीलियाई साझेदारों के साथ समझौता समाप्त किए जाने की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत बायोटेक कोवैक्सीन के लिए नियामक संबंधी मंजूरी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए ब्राजीलियाई दवा नियामक संस्था अन्विसा के साथ काम करती रहेगी.