Incurable Disease, Marriage and Divorce: बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने एक व्यक्ति को उसकी पत्नी द्वारा विवाह पूर्व बीमारी छुपाने के आधार पर दिए गए तलाक को वैध माना है. कोर्ट ने शादी से पहले लाइलाज बीमारी की जानकारी का खुलासा न करने के चलते पत्नी की याचिका को खारिज कर दिया.
यह मामला महाराष्ट्र स्थित विदर्भ क्षेत्र के अकोला जिले का है. यहां 18 मई 2017 को एक युवक की शादी ऐसी युवती से हुई थी, जो पीटोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थी. यह आखं से संबंधित एक लाइलाज बीमारी है. आरोप है कि लड़की पक्ष द्वारा शादी के वक्त इस बात का खुलासा नहीं किया गया था. शादी के तीन महीने बाद जब युवक को इसका पता चला तो वह पत्नी से दूर रहने लगा.
इस ट्वीट को देखें:
The Nagpur bench of Bombay high court has upheld the divorce granted to an Akola man, ruling his wife and her parents suppressed the fact that she was suffering from an incurable disease before marriage.https://t.co/WnjkaWEoRh pic.twitter.com/XtRKT0oBlW
— The Times Of India (@timesofindia) February 15, 2024
पत्नी ने पति के साथ रहने की इच्छा जताते हुए फैमिली कोर्ट में अर्जी दी थी. वहीं, पति ने भी तलाक के लिए कोर्ट में अपील दायर की थी. इस केस में जिला कोर्ट ने युवक के पक्ष में फैसला सुनाते हुए तलाक की अर्जी मंजूर कर ली थी. इसके बाद पत्नी ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में चुनौती दी थी.
हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद फैमिली कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा.