मुंबई: मुंबई में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने के बाद समंदर किनारे सैर-सपाटे के लिए जानेवाले लोगों के लिए एक जहरीली मछली मुसीबत बन गई है. इस नई मुसीबत ने कम से कम डेढ़ सौ मुंबईकरों को अपना शिकार बनाया है. दरअसल मुंबई के समुद्री तटों पर इन दिनों एक नीले जीव 'ब्लू बॉटल जेलीफिश' ने आतंक फैला रखा है.
जानकारी के मुताबिक समंदर किनारे गए अब तक 150 से ज्यादा लोगों ब्लू बॉटल जेलीफिश के संपर्क में आने से घायल हो चुके हैं. इस मछली के तटीय इलाके में आने से लोगों से दहशत है. वहीं प्रशासन ने मुंबई के जुहू, अक्सा और गिरगांव चौपाटी के बीचों पर लोगों को न जाने की हिदायत दी है.
बताया जाता है कि मध्य मानसून सीजन के दौरान मुंबई में ये आमतौर पर देखी जाती हैं. लेकिन इस बार ये जेलीफिश भारी मात्रा में देखने को मिल रही हैं. ब्लू बॉटल जेलीफिश का यह प्रजनन का समय होता है. इसलिए जेलफिश हर साल अगस्त सितंबर में मुंबई के तटों पर दिखाई देती हैं लेकिन इस बार इनकी संख्या बहुत ज्यादा है.
यह जीव ब्लू बॉटल जेलीफिश है जो कि जहरीली मछली होती है. जेलीफिश के संपर्क में आने से घंटों तक दर्द और खुजली होती है. इनका डंक मछलियों की जान भी ले लेता है. स्थानीय लोगों के मुताबिक जब आप किसी ब्लू बॉटल जेलीफिश के संपर्क में आते है तो तुरंत चोट वाली स्थान पर नींबू लगाए. इससे आपको तुरंत राहत मिलेगी. लेकिन अगर दर्द अधिक समय तक हो तो मेडिकल हेल्प लेने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा समंदर किनारे नंगे पैर नहीं चले.