गुलाम नबी आजाद के बयान पर पर भड़के केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, कर्रवाई की मांग
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ( Photo Credit : PTI )

नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की उस टिप्पणी को लेकर उन पर हमला बोला और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसमें उन्होंने कहा है कि 'भारतीय सेना राज्य में आतंकवादियों की तुलना में नागरिकों की अधिक हत्या कर रही है. भाजपा ने कहा कि आजाद का बयान 'गैर जिम्मेदाराना, शर्मनाक और बेहद अफसोसजनक है. भाजपा ने कांग्रेस नेतृत्व से यह स्पष्ट करने को कहा कि वे 'आजाद के खिलाफ क्या कार्रवाई करने जा रहे हैं.

भाजपा ने कहा कि यह चकित करने वाला है कि यह बयान जम्मू एवं कश्मीर का मुख्यमंत्री रह चुके और राज्य में 'पाकिस्तानी आतंकवाद के क्रूर चेहरे का सामना कर चुके' व्यक्ति की तरफ से आया है. भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रति वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की नफरत इस हद तक पहुंच गई है, जहां वे सशस्त्र बलों के साहस और सम्मान से भी समझौता करने लगे हैं.

उन्होंने कहा, "मैं इस (कार्रवाई) के बारे में पूछ रहा हूं, क्योंकि कांग्रेस के आजाद ने कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर में बल स्थानीय लोगों को ज्यादा मार रहे हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा, आजाद का बयान गैर जिम्मेदाराना, शर्मनाक और बेहद अफसोसजनक है. आज पाकिस्तान का समर्थन करने वाले लोग ज्यादा खुश होंगे. आजाद के बयान के बाद लश्कर-ए-तैयबा संगठन ने एक बयान जारी कर कहा, "हमारी भी गुलाम नबी आजाद व दूसरों जैसी ही समान राय है.

उन्होंने कहा, "आज कांग्रेस के नेता जो कह रहे हैं उसका समर्थन एलईटी कर रही है. यह किस प्रकार की राजनीति है. कांग्रेस देश को तोड़ने की कोशिश करने वालों के साथ खड़ी है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा जिम्मेदारी लेती है, क्योंकि इसने कांग्रेस पर उसके राष्ट्र विरोधी रुख होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के आशीर्वाद व राहुल की अगुवाई वाली आज की कांग्रेस को आतंकवादियों और उनके संरक्षकों के साथ समन्वय व व्यवहार के लिए डिजाइन किया गया है.

प्रसाद ने कहा, उनके कहने के क्या मायने हैं? वह क्या संकेत दे रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता को याद दिलाया कि हम सभी देश के लिए जीते हैं, जबकि सिर्फ, पुलिस, अर्धसैनिक बल व सशस्त्र बल देश के लिए कुर्बानी देते हैं. जम्मू एवं कश्मीर में 2012 व 2018 के बीच सशस्त्र बलों द्वारा मारे गए आतंकवादियों का आंकड़ा देते हुए प्रसाद ने कहा कि 2012 में 72 आतंकवादी राज्य में मारे गए, जबकि 2013 में 67 आतंकवादी मारे गए.

उन्होंने कहा, "साल 2014 में जब हमारी सरकार आई तो 110 आतंकवादी मारे गए, 2015 में 108 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, 2016 में 150 आतंकवादी व 2017 में 217 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए और इस साल मई तक राज्य में 75 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं. उन्होंने कहा, आजाद जी यह आपकी सरकार और हमारी सरकार की कहानी है. आप कह रहे हैं कि सशस्त्र बल आतंकवादियों से ज्यादा स्थानीय लोगों को मार रहे हैं.