![FIR Against Tejaswi And Tej Pratap In Murder Case: पूर्णिया में शक्ति मलिक की हत्या मामले में तेजस्वी और तेजप्रताप यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज FIR Against Tejaswi And Tej Pratap In Murder Case: पूर्णिया में शक्ति मलिक की हत्या मामले में तेजस्वी और तेजप्रताप यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/09/yadav--380x214.jpg)
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरजेडी (RJD) बागी एससी-एसटी प्रकोष्ट के पूर्व सचिव शक्ति मलिक ( Shakti Malik) के हत्या कर दी गई. वहीं, इस मामले में बिहार पुलिस ने पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) समेत 6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. मृतक एससी-एसटी प्रकोष्ट के पूर्व सचिव शक्ति मलिक के परिजनों के दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस ने जिन 6 लोगों पर मामाल दर्ज किया है उसमें मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अनिल कुमार साधु पासवान नाम शामिल है. बता दें कि शक्ति मलिक ने पिछले दिनों तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. जब चुनाव के लिए टिकट मांगने गए थे.
पूर्णिया के DSP ने जानकारी देते हुए कहा कि सुबह के वक्त राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व प्रदेश सचिव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पूर्णिया के DSP ने बताया, तीन नक़ाबपोश व्यक्तियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी. गोली मारकर हत्या किए जाने के संबंध में राजद नेता तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अनिल साधु समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. यह भी पढ़ें:- BJP Leader Rajesh Kumar Jha Shot Dead in Patna: बिहार मार्निंग वॉक पर निकले बीजेपी नेता राजेश कुमार झा की गोलीमार के हत्या, पुलिस जांच में जुटी.
ANI का ट्वीट:-
#UPDATE Bihar: FIR registered against six people, including RJD leaders Tejashwi Yadav, Tej Pratap Yadav and Anil Sadhu, in connection with the incident where a former state secretary of RJD was shot dead in Purnia district, yesterday. https://t.co/y1FksdZF4r
— ANI (@ANI) October 5, 2020
गौरतबल हो कि बिहार विधानसभा चुनाव का समय अब करीब है. तमाम पार्टियां जीत के लिए मैदान में उतर गई हैं. जोड़-तोड़ की राजनीति अपने चरम पर है. ऐसे में आरजेडी नेता तेजस्वी के खिलाफ मामला दर्ज होना उनके विरोधी दल के लिए के बड़ा मुद्दा साबित हो सकता है. जिसे भूनाने की पूरी कोशिश चुनाव के दौरान किया जाएगा. ऐसे में तेजस्वी की राह इतनी आसान नहीं होगी.