उपेंद्र कुशवाहा के बाद पासवान भी छोड़ सकते हैं NDA का साथ, LJP ने दिया सीट शेयरिंग को लेकर BJP को अल्टीमेटम
खबर है कि सीट शेयरिंग को से नाराज होकर रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) भी एनडीए का साथ छोड़ सकती है. ऐसा इसलिए कह रहें है. रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने आगामी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी को एक अल्टीमेटम दिया,
पटना: अभी एक हफ्ते पहले की बात है कि सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए के साथ बात ना बन पाने पर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा अलग हो गए थे. वहीं अब खबर है कि सीट शेयरिंग को से नाराज होकर रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) भी एनडीए का साथ छोड़ सकती है. ऐसा इसलिए कह रहें है. रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने आगामी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी को एक अल्टीमेटम दिया, जिसके बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है.
चिराग पासवान भारतीय जनता पार्टी को यह अल्टीमेटम एक ट्विट करके दिया. जिस ट्विट में उन्होंने लिखा है कि गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओ से मुलाक़ात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पायी है. इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुक़सान भी हो सकता है.
बेटे के बाद रामविलास पासवान के भाई LJP नेता पशुपति ने भी बीजेपी को 31 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया है. उनका कहना है कि इस तारीख तक बीजेपी को बिहार में लोकसभा सीटों पर फैसला कर लेना चाहिए नहीं तो बीजेपी को काफी नुकसान होगा. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष को एनडीए के सभी नेताओं के साथ बैठक करनी चाहिए. लोजपा ने झारखंड और उत्तरप्रदेश में भी सीटों की मांग की है.
बता दें कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर एनडीए में पिछले काफी समय से मंथन चल रहा है. हाल ही में बीजेपी और जेडीयू में बराबर की सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला हुआ था. सीटों के मसले पर ही बीते दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था और उनकी पार्टी ने एनडीए को अलविदा कहा था.यह भी पढ़े: पेंद्र कुशवाहा और रामविलास पासवान BJP के साथ थे, हैं और रहेंगे, विपक्ष का झुनझुना रखा रह जाएगा, हम मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे: अश्विनी चौबे
अब ऐसे में जिस तरफ से लोजपा की तरह से बीजेपी के प्रति बयान आ रहा है. उसको देखते हुए यह कह सकतें है कि उपेन्द्र कुशवाह के बाद यदि लोजपा भी एनडीए की साथ छोडती है तो आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी का इसका नुकसान हो सकता है. ज्ञात हो की वर्तमन में लोजपा के बिहार में 6 सांसद है. राम विलास पासवान मोदी सरकार में फिलहाल इस समय कैबिनेट मंत्री हैं. पिछले चुनावों में पार्टी को एनडीए की तरफ से बिहार की 40 सीटों में से 7 सीटें दी गई थीं.