Bihar: पहली बार बाढ़ के पानी से बुझेगी प्यास, नीतीश करेंगे हर घर गंगाजल योजना की शुरुआत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज राजगीर में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जल आपूर्ति योजना का लोकार्पण करेंगे. इस योजना में हर घर गंगाजल आपूर्ति के तहत गंगा नदी के बाढ़ के पानी को दक्षिण बिहार के जल संकट वाले शहरों में ले जाकर उसे शोधित कर पेयजल की समस्या को दूर किया जाएगा.
राजगीर (बिहार), 27 नवंबर : बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आज राजगीर में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जल आपूर्ति योजना का लोकार्पण करेंगे. इस योजना में हर घर गंगाजल आपूर्ति के तहत गंगा नदी के बाढ़ के पानी को दक्षिण बिहार के जल संकट वाले शहरों में ले जाकर उसे शोधित कर पेयजल की समस्या को दूर किया जाएगा. गंगा जल आपूर्ति योजना के तहत नालंदा, गया और नवादा जिले में लाखों लोगों की प्यास बुझाने का एक लक्ष्य है. इसके पहले चरण की शुरुआत नीतीश कुमार नालंदा जिले के राजगीर से कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जल आपूर्ति योजना का राजगीर में रविवार को दोपहर तीन बजे लोकार्पण करेंगे.
इसके साथ ही वे राजगीर शहर में हर घर गंगाजल की आपूर्ति का शुभारंभ भी करेंगे. लोकार्पण समारोह में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद रहेंगे. नीतीश कुमार 28 नवंबर को गया और बोधगया में भी इस परियोजना का लोकार्पण करेंगे. तीन शहरों में इस परियोजना का पहला चरण शुरू किया जा रहा है. वहीं योजना के दूसरे चरण में जून 2023 तक नवादा में भी हर घर गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य है. पहली बार ऐसा होगा जब बाढ़ के पानी का पेयजल के रूप में सदुपयोग होगा और हर घर गंगाजल पहुंचाया जाएगा. इस परियोजना के शुरुआती दौर में राजगीर शहर के 19 वाडरें के करीब 8031 घरों में पेयजल के लिए गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी. इस योजना के तहत प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध जल की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. इसमें खासतौर से दक्षिण बिहार के जल संकट वाले इलाकों को लाभ मिलेगा. यह भी पढ़ें : ‘आप’ सरकार ने शिक्षा से अधिक शराब दुकानों के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया: अनुराग ठाकुर
बिहार के जल संसाधन मंत्रालय में सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जल संसाधन विभाग ने तेजी से काम करते हुए परियोजना को कोरोना काल की चुनौतियों के बावजूद तीन साल से कम समय पूरा किया है. इस योजना में गंगा नदी का जल 151 किलोमीटर पाइपलाइन के जरिये राज्य के राजगीर, गया और बोधगया के जलाशयों में पहुंचाया गया है. यहां से यह जल शोधित होकर शुद्ध पेयजल के रूप में लाखों लोगों के घरों तक पहुंचेगा.