बिहार: पटना में भारी बारिश से जमा पानी हुआ काला, महामारी फैलने की आशंका से सहमे लोग
बिहार की राजधानी पटना में भारी बारिश के बाद जलजमाव की वजह से नारकीय जीवन जी रहे लोगों को अभी राहत नहीं मिल पा रही है. जलमग्न क्षेत्रों में अब पानी काला हो गया है तथा सड़ने लगा है, जिससे दुर्गंध आने लगी है। लोग अब घरों की खिड़कियां बंद कर रखने लगे हैं
पटना: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना ( Patna) में भारी बारिश के बाद जलजमाव की वजह से नारकीय जीवन जी रहे लोगों को अभी राहत नहीं मिल पा रही है. जलमग्न क्षेत्रों में अब पानी काला हो गया है तथा सड़ने लगा है, जिससे दुर्गंध आने लगी है। लोग अब घरों की खिड़कियां बंद कर रखने लगे हैं। इस बीच अब उन इलाकों में बीमारी फैलने की आशंका बन गई है. पटना के जलजमाव वाले क्षेत्र कंकड़बाग और राजेंद्रनगर के लोग अब मच्छरों से भी परेशान हैं. लोग अब बीमारी फैलने की आंशका से डरे हुए हैं. लोहानीपुर के राजेंद्र साह बताते हैं कि अब तक तो दिन काट लिया, अब बीमाारी के समय कोई देखने भी नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि कई घरों के बच्चे बीमार होने लगे हैं. उन्होंने कहा कि शाम की बात कौन करे, अब कमरों में दिन में भी मच्छर घूम रहे हैं.
हालांकि सरकार भी बीमारियों को लेकर सचेत दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राजधानी के हर इलाके में जलजमाव से होने वाली बीमारियों के मद्देनजर पटना जिले के सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. जिन अस्पतालों में जलजमाव के कारण मरीज नहीं पहुंच पा रहे थे, उन्हें वैकल्पिक जगहों पर शुरू किया गया है और सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. यह भी पढ़े: बिहार में बाढ़ से 42 लोगों की मौत, जलजमाव के बीच पटना में बेबसी में कटी लोगों की एक और रात
पटना के सिविल सर्जन आऱ क़े चौधरी ने बताया कि अब जलजमाव के बाद बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, और इसके मद्देनजर अस्पताल में आवश्यक सभी दवाओं का स्टॉक रखा गया है. उन्होंने बताया कि बांटी जा रही राहत सामग्री में भी जरूरी दवाइयां पारासिटामाल, ओआरएस, ओंडेम, जिंक आदि दवाओं को एक पैकेट में बांध कर दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जहां भी जमीन सूख रही है, उन इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर और चूने का छिड़काव किया जा रहा है.