मुजफ्फरपुर: ब्रजेश ठाकुर के एक और आश्रय गृह से 11 महिलाएं गायब, सूबे में मचा बवाल.. पुलिस जांच में जुटी
खबरों की माने तो उसके एक और आश्रय गृह से 11 महिलाएं गायब गई है. बिहार पुलिस इस मामले में उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है.
बिहार: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिक लड़कियों के यौन शोषण मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की मुश्किलें और बढ़ सकती है. खबरों की माने तो उसके एक और आश्रय गृह से 11 महिलाएं गायब गई है. बिहार पुलिस इस मामले में उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है. वही इस पूरे मामले को लेकर बिहार में एक बार फिर से सियासत गरमा गई है. आरजेडी सांसदों ने आज संसद भवन में इस मामले में अपनी आवाज उठाते हुए दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद पुलिस आश्रय गृह से लापता हुई महिलाओं के बारे में जांच पड़ताल कर रही है. उन्हें गायब करने के बाद कहा रखा गया है.
तीन दिन पहले शेल्टर होम में नाबालिक लड़कियों के यौन शोषण मामले पुलिस मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को गिफ्तार किया था. जिस केस को बाद में सीबीआई को सौप दिया गया. पीडि़त बच्चियों ने अपने बारे में खुलासा किया था कि उनके साथ यौन शोषण होता है. जिसके बाद पुलिस ने शेल्टर होम में रहने वाली लड़कियों का मेडिकल टेस्ट करवाया. टेस्ट में 34 लड़कियों के साथ यौन शोषण होने की पुष्टी हुई थी.
बच्चियों ने ब्रजेश के बारे में कई संगीन आरोप लगाते हुए बताया था कि उनको नशे की दवा खिलाकर उनके साथ गलत काम किया जाता था. कभी-कभी उन्हें बाहर भी भेजा जाता था. जिसका विरोध करने पर उनकी पीटाई भी होती थी.
ब्रजेश ठाकुर के घिनौनी हरकत का जिस तरह से एक-के बाद एक खुलासा हो रहा है. इससे बिहार सरकार की मुश्किले बढ़ सकती हैं क्योंकि ब्रजेश ठाकुर के एनजीओं को बिहार सरकार से सरकारी अनुदान मिलता था. ऐसे में सरकार की भी जिम्मेदारी बनती थी कि वह इन एनजीओं पर ध्यान रखे जो उसने नही किया और लड़कियां जुल्म की शिकार होती रही.
कहा तो यहां तक जा रहा है कि ब्रजेश ठाकुर की पहुंच बिहार के कई दबंग नेताओं और बड़े पुलिस वालों से है. ऐसे में हो सकता है कि इस घिनौने करतूत में बिहार के कुछ नेता और अधिकारी भी शामिल हो सकते है. क्योंकि लड़कियों ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि उन्हें इस घिनौनी करतूत के लिए शेल्टर होम से बाहर भी भेजा जाता था.