Bengal Teacher Scam: ईडी ने तृणमूल से निष्कासित नेता की दो संपत्तियों पर की छापेमारी
ईडी की पहली टीम हुगली जिले के बंदेल में निवेदिता पार्क इलाके में बंदोपाध्याय की पत्नी प्रियंका बंदोपाध्याय के आवास पर पहुंची. चूंकि घर बाहर से बंद था, इसलिए केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को आवास में प्रवेश करने के लिए ताला तोड़ना पड़ा.
कोलकाता, 18 मार्च: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Scam) की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) की दो टीमें शनिवार सुबह से तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित नेता शांतनु बंदोपाध्याय की दो संपत्तियों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चला रही हैं. ईडी की पहली टीम हुगली जिले के बंदेल में निवेदिता पार्क इलाके में बंदोपाध्याय की पत्नी प्रियंका बंदोपाध्याय के आवास पर पहुंची. चूंकि घर बाहर से बंद था, इसलिए केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को आवास में प्रवेश करने के लिए ताला तोड़ना पड़ा. यह भी पढ़ें: Bengal Teacher Scam: अभिनेता बोनी सेनगुप्ता ने कुंतल घोष से लिए 40 लाख रुपये ईडी को लौटाए
ईडी की दूसरी टीम हुगली जिले के बालागढ़ स्थित बंदोपाध्याय के गेस्ट हाउस पहुंची। यह गेस्ट हाउस भी बाहर से बंद था. केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को अंदर जाने के लिए यहां भी ताला तोड़ना पड़ा. ईडी की दोनों टीमों के साथ केंद्रीय सशस्त्र बल के जवान भी थे। हुगली जिले से तृणमूल कांग्रेस के एक युवा नेता बंदोपाध्याय को ईडी ने 11 मार्च को गिरफ्तार किया था और उसके कुछ दिनों बाद पार्टी नेतृत्व द्वारा उनके निष्कासन की घोषणा की गई थी. बंदोपाध्याय फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं.
बंदोपाध्याय ने वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (डब्ल्यूबीएसईडीसीएल) में एक वरिष्ठ तकनीकी सहायक कर्मचारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था और लगभग 35,000 रुपये का मासिक वेतन प्राप्त करते थे, उन्हें ईडी द्वारा कई करोड़ रुपये की संपत्ति और संपत्ति के मालिक के रूप में पहचाना गया है.