पीएम Narendra Modi के लिए 9 अगस्त का दिन खास, सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक की अध्यक्षता करने वाले बनेंगे पहले भारतीय प्रधानमंत्री
बता दें कि भारत इस साल अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है. 1 अगस्त से भारत ने ये जिम्मेदारी संभाल भी ली है. वैसे वर्तमान समय में भारत दो साल के लिए सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है. परिषद में केवल 5 स्थायी सदस्य हैं, जो अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) देश के इतिहास में पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) की समुद्री सुरक्षा पर आयोजित विशेष बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता ग्रहण करने बाद भारत (India) की ओर से यह पहला विशेष आयोजन होगा. खुली चर्चा का विषय ‘समुद्री सुरक्षा में वृद्धि – अंतरराष्ट्रीय (International) सहयोग के लिए एक मामला’ है. Modi Cabinet: पहली बैठक में कई बड़े फैसले- कोरोना से लड़ने के लिए 23 हजार करोड़ के पैकेज का ऐलान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 9 अगस्त को पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के एजेंडे के एक भाग के तहत ‘समुद्री सुरक्षा में वृद्धि-अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक मामला’ विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्च स्तरीय वर्चुअल खुली चर्चा की अध्यक्षता करेंगे. अन्य दो फोकस क्षेत्रों पर विदेश मंत्री सीधे भागीदारी करते हुए बैठकों की अध्यक्षता करेंगे.
अगस्त महीने की अध्यक्षता भारत के हाथ
बता दें कि भारत इस साल अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है. 1 अगस्त से भारत ने ये जिम्मेदारी संभाल भी ली है. वैसे वर्तमान समय में भारत दो साल के लिए सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है. परिषद में केवल 5 स्थायी सदस्य हैं, जो अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस है. इसके अलावा हर दो साल के लिए 10 अस्थायी सदस्य चुने जाते हैं, लेकिन उनके पास स्थायी सदस्यों की तरह वीटो का पॉवर नहीं होता. वीटो पॉवर वह ताकत है, जो परिषद की दिशा तय करता है. इन देशों की सदस्यता दूसरे विश्व युद्ध के बाद के शक्ति संतुलन को प्रदर्शित करती है, जब सुरक्षा परिषद का गठन किया गया था.
भारत के पास 2 बार अध्यक्षता
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता हर महीने बदलती है. यह अंग्रेजी के अल्फाबेटिकल ऑर्डर में किया जाता है. इसी के चलते भारत की बारी आई है. इससे पहले फ्रांस सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा था. भारत इसी साल एक जनवरी, 2021 को सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना है. भारत की सदस्यता 31 दिसंबर 2022 को समाप्त होगी. आपको बता दें, इस पूरे कार्यकाल में भारत के पास दो बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता आएगी. वैसे भारत लंबे समय से सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की दावेदारी करता रहा है. भारत के अलावा दुनिया के तमाम अन्य देश भी संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार के साथ सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
सुरक्षा परिषद की शक्तियां और काम
सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय है, जिसकी मुख्यालय जिम्मेदारी अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा कायम रखना है. इसकी शक्तियों में शांति अभियानों में योगदान, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को लागू करना तथा सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के माध्यम से सैन्य कार्रवाई करना शामिल है. ये ऐसी संस्था या निकाय है, जो सदस्य देशों पर बाध्यकारी प्रस्ताव जारी करने का अधिकार रखती है. संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत सभी सदस्य देश सुरक्षा परिषद के निर्णयों का पालन करने के लिये बाध्य हैं.