Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: भारत के 'पहले साइबर प्राइम मिनिस्टर' थे अटल बिहारी वाजपेयी
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Getty)

आज से 21 साल पहले जब इंटरनेट (Internet) अपने शुरूआती दौर में था तब देश के लोकप्रिय राजनेता अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने लखनऊ (Lucknow) में अपने चुनाव प्रचार के लिए पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) (तब वे पार्टी कार्यकर्ता हुआ करते थे) के मार्गदर्शन में प्रचार को आगे बढ़ाया गया.

पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्‍हें याद करते हुए भारतीय जनता पार्टी (Bjp) (के सदस्य मनीष खेमका (Manish Khemka) बताते हैं कि चुनाव प्रचार में आज फ़ेसबुक-ट्विटर (Facebook-twitter) जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल आम बात है. देश के दिग्गज राजनेताओं से लेकर आम कार्यकर्ता तक इंटरनेट पर इसका उपयोग करते हैं. लेकिन यह तथ्य कम लोगों को मालूम होगा कि आज से 21 साल पहले जब इंटरनेट अपने शुरूआती दौर में था तब देश के लोकप्रिय राजनेता अटल बिहारी वाजपेयी भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने लखनऊ में अपने चुनाव प्रचार के लिए पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल किया था.

VoteForAtal.Com से किया था प्रचार :

मनीष खेमका बताते हैं कि तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी तब के संसदीय चुनाव में अकेले ऐसे उम्मीदवार थे जिनका प्रचार न केवल रीयल बल्कि इंटरनेट के वर्चुअल माध्यम से भी किया गया था. 27 जुलाई 1999 को उनके चुनाव प्रचार पर केंद्रित एक वेबसाईट वोट फ़ॉर अटल डॉट कॉम (VoteForAtal.Com) का उद्घाटन उप्र के भाजपा मुख्यालय पर भाजपा नेता फ़िल्म स्टार विनोद खन्ना ने किया था. संयोग से चुनाव प्रचार के लिए लखनऊ आए नरेन्द्र मोदी भी तब पार्टी कार्यालय पर मौजूद थे. यह भी पढ़ें : अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया, बेंगलुरु बॉरिंग और लेडी कर्जन मेडिकल कॉलेज अनुसंधान संस्थान का नाम

करदाताओं के हितों व सरकार के राजस्व से संबंधित नीतिगत विषयों पर काम करने वाले लखनऊ के समाजसेवी व उद्यमी मनीष खेमका ने स्‍वयं 21 साल पहले इस वेबसाईट की कल्पना और निर्माण किया था. ग्लोबल टैक्सपेयर्स ट्रस्ट के संस्थापक व पीएचडी चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के यूपी चैप्टर के चेयरमैन मनीष बताते हैं, “जिस दिन इस वेबसाईट (Website) का उद्घाटन उप्र के पार्टी मुख्यालय पर प्रस्तावित था, संयोग से नरेंद्र मोदी भी उस वक़्त वहाँ मौजूद थे. उनके प्रशंसक के नाते मैने अटल जी के चुनाव प्रभारी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पत्रिका राष्ट्रधर्म के तत्कालीन संपादक वीरेश्वर द्विवेदी से मोदी जी से इस वेबसाईट का उद्घाटन करवाने का अनुरोध किया था."