अरुणाचल प्रदेश: कोरोना के चलते बढ़े काम के दबाव में महिला अधिकारी ने की खुदकुशी, बेटे के संक्रमित होने का था डर
हिंदुस्तान टाइम्स (Hindustan Times) के अनुसार 38 साल की सेरिंग यंगजॉम अरुणाचल के पापुम पारे में डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर के पद पर तैनात थीं. प्रदेश में कोरोना वायरस के काम के बोझ के चलते वह काफी परेशान थी. जिसकों लेकर उसे डर था कि कम के दौरान यदि उसे कोरोना हो गया तो उसके 9 साल के बेटे को यह बीमारी हो जायेगी. जिसकी वजह से वह शनिवार को ख़ुदकुशी कर लिया.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus)के मामले तेजी के साथ बढ़ाते जा रहे हैं. जिसकी वजह से अब तक देश में 79 लोगों की मौत के बाद संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़कर 3374 पहुंच गया है. देश में बढ़ते इस महामारी के चलते सभी राज्यों में सरकारी विभाग से जुड़े अधिकारियों में खुद को कोरोना की चपेट में आने के साथ काम का बोझ बढ़ता ही जा रही है. कुछ इसी तरह का एक मामला अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर से आया है. जहां डिजास्टर मैनेजमेंट (Disaster Management Officer) की एक महिला अधिकारी ने काम के बोझ और इस महामारी के संक्रमण में वह और उसका बेटा ना आ जाए उसने ख़ुदकुशी कर ली है.
हिंदुस्तान टाइम्स (Hindustan Times) के अनुसार 38 साल की सेरिंग यंगजॉम अरुणाचल के पापुम पारे में डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर के पद पर तैनात थीं. प्रदेश में कोरोना वायरस के काम के बोझ के चलते वह काफी परेशान थी. जिसकों लेकर उसे डर था कि कम के दौरान यदि उसे कोरोना हो गया तो उसके 9 साल के बेटे को यह बीमारी हो जायेगी. जिसकी वजह से वह शनिवार को ख़ुदकुशी कर लिया. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस का खौफ: सहारनपुर के नकुर थाना क्षेत्र में COVID-19 के डर से एक सरकारी कर्मचारी ने की खुदकुशी
महिला अधिकारी खुदकुशी करने से पहले वो जिलाधिकारी के नाम एक आधा लिखा हुआ इस्तीफा छोड़कर गई है. यह इस्तीफा उसके कमरे में पड़े एक टेबल पर मौजूद था. परिवार वालों का कहना है कि कोरोना के काम के दबाव के चलते उसकी सेहत और मानसिक हालत पर काफी असर पड़ रहा था. इसलिए ऐसा कदम उठाया है. वहीं इस पूरे मामले पर एसपी ने कहा कि, 'शुरुआती जांच में ये खुदकुशी का मामला लगता है. कोई साजिश नजर नहीं आता है.
बता दें कि कोरोना वायरस की महामारी को लेकर अन्य राज्यों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश भी इसकी चपेट में हैं. हालांकि बाकी राज्यों की अपेक्षा इस राज्य में इस महामारी के कम मामले पाए जा रहे है. लेकिन एहतियात के तौर पर अरुणाचल प्रदेश सरकार हर संभव कदम उठा रही है. ताकि उसके प्रदेश में अन्य राज्यों की अपेक्षा इस महामारी के आंकड़े बढ़ने ना पाए.