पंचतत्व में विलीन हुए अरुण जेटली, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
अरुण जेटली के निधन के बाद रविवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया गया
नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Former Finance Minister Arun Jaitley) के निधन के बाद रविवार को दिल्ली के निगमबोध घाट (Nigambodh Ghat) पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. पहले उन्हें राजकीय सम्मान के साथ बंदूकों की सलामी दी गई. बेटा रोहन द्वारा पिता को अंतिम मुखाग्नि देने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया. जेटली के अंतिम संस्कार के समय उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, समेत दूसरे दल के नेता भी वहां पर मौजूद थे. जहां पर सभी लोगों ने उन्हें नम आखों से अंतिम विदाई दी.
अरुण जेटली का अंतिम संस्कार करने से पहले उनका पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय पर रखा गया था. जहां पर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य दल के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली के निगमबोध घाट ले जाया गया. यह भी पढ़े: पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद अमेरिकी दूतावास ने किया याद, कहा- भारत और अमेरिका व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए किया काम
राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत अरुण जेटली का हुआ अंतिम संस्कार:
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का लंबी बीमारी के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में शनिवार को दोपहर 12 बजे के बाद निधन हो गया. सीने में संक्रमण और सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें 9 अगस्त को एम्स में भर्ती करवाया गया. उनका इलाज अस्पताल में चल ही रहा था लेकिन उनके स्वास्थ में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं होने पर उन्होंने दम तोड़ दिया. हालांकि अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बचाने के लिए हर संभव कोशिश किया. लेकिन वे बचा नहीं सके. अरुण जेटली का पिछले साल मई 2018 में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. उससे पहले साल 2016 में उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी हुई थी. जिसके बाद से ही उनकी तबियत खराब चल रही थी. इन प्रमुख वजहों के चलते ही उन्होंने 2019 का लोकसभा का चुनाव लड़ने से मना कर दिया था.