दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा COVID-19 के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 6 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के तुरंत बाद रेलवे स्टेशनों पर प्रवासी मजदूरों की भरी भीड़ देखि गई. मजदूरों को डर है कि कही हालत पिछले साल की तरह न हो जाए इसलिए वे अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं. जिसके बाद केंद्रीय रेल मंत्रालय ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि यात्री ट्रेनें सामान्य रूप से चलती रहेंगी. ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए लोगों ने पैनिक न होने और अटकलें न लगाने की अपील की. इसके अलावा रेलवे ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे रेलवे स्टेशनों पर तभी आएं, जब उनका टिकट कन्फर्म हो जाए या आरएसी हो. यह भी पढ़ें: Gujarat में कोरोना ने तोड़े अब तक के सारे रिकॉर्ड, पिछले 24 घंटे में आए सर्वाधिक 11403 नए मामले
रेलवे ने बताया कि,' भारतीय रेलवे सामान्य रूप से अपनी यात्री ट्रेनें चला रहा है. महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, यात्रियों से अनुरोध किया जाता है कि वे किसी भी तरह की घबराहट / अटकलों से बचें और स्टेशन पर तभी आएं जब आरएसी टिकटकी पुष्टि हो चुकी हो. सभी सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए.
देखें ट्वीट:
Indian Railways is running its passenger trains normally. Keeping in view the pandemic situation, passengers are requested to avoid any panic/speculation and come to station only if they have confirmed/RAC ticket. All social distancing norms to be followed. #Indiafightscorona
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 19, 2021
COVID केसेस बढ़ने के कारण देश भर में रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है. कई यात्रियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कहीं पिछले साल की तरह लॉकडाउन न लग जाए इसलिए सब अपने अपने घर सुरक्षित पहुंचना चाहते हैं. कल, बच्चों और बुजुर्गों सहित हजारों लोग इंटर स्टेट बस टर्मिनल (ISBT) और रेलवे स्टेशनों पर काम छोड़कर अपने घर जाने के लिए लाइन लगाए हुए देखा गया.