जयपुर: राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में बृहस्पतिवार को राज्य के तीन सरकारी अधिकारियों के घर छापेमारी में विदेशी शराब तथा विदेशी मुद्रा मिली और करोड़ों रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला . ब्यूरो के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भारत बायोटेक के कोवैक्सीन का ऑर्डर रोका
ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि ब्यूरो की खुफिया शाखा की गोपनीय सूचना के आधार पर ब्यूरो ने तीन अधिकारियों के विरूद्व आय से अधिक परिसम्पत्तियां अर्जित करने के तीन अलग-अलग प्रकरण दर्ज कर एक दर्जन से भी अधिक स्थानों पर छापेमारी की.
उन्होंने बताया कि जिन सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उनमें जयपुर विकास प्राधिकरण, में अधिशासी अभियंता निर्मल कुमार गोयल, जोधपुर आयुक्तालय के अधीनस्थ सूरसागर थाने के थानाधिकारी पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा तथा चित्तौड़गढ़ के जिला परिवहन अधिकारी मनीष कुमार शर्मा शामिल हैं.
इंजिनियर के पास करोड़ों की संपत्ति, विदेशी मुद्रा भी मिली
सोनी ने बताया कि जेडीए के अधिशाषी अभियंता गोयल द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पतियों पर लगभग छह करोड़ रुपये का निवेश करना पाया गया है जो कि उनकी वैध आय का लगभग 1450 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है.
ब्यूरो की चार टीमें गोयल के चार स्थानों की तलाशी ले रही है. गोयल के मानसरोवर स्थित निवास पर टीम को विदेशी व महंगी शराब की 23 बोतलें, 2000 डॉलर और 245 यूरो की विदेशी मुद्रा, 2,27,790 रूपये नकद, दो कार, 1100 गज के कुल दो भूखंड, डीग में एक हवेली के कागजात, दो लॉकर की चाबी, 318 ग्राम सोना व 3.5 किलोग्राम चांदी तथा अन्य संपत्ति के कागजात मिले हैं.
उन्होंने बताया कि ब्यूरो की दूसरी टीमों को गोयल के अन्य निवास की तलाशी में एक कार, नकद 1.60 लाख रूपये, 323.8 ग्राम सोना व 4.400 किलो चांदी, एक लॉकर की चाबी मिली और मानसरोवर जयपुर स्थित फार्म हाउस से एक मर्सिडीज कार आदि मिला.
पुलिस निरीक्षक ने किया 4.43 करोड का निवेश
वहीं पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा के सूरसागर जिला जोधपुर, भोपालगढ व बीकानेर स्थित चार स्थानों पर छापेमारी चल रही है. शर्मा द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पत्तियों पर लगभग 4.43 करोड का निवेश करना पाया गया है जो उनकी वैध आय का 333 प्रतिशत अधिक है. टीम को शर्मा द्वारा 10 बीघा परिसर में स्कूल, लगभग 22000 वर्गफुट का निमार्ण व फर्नीचर आदि मिला.
परिवहन अधिकारी के पास वैध आय से 232 प्रतिशत अधिक संपत्ति
वहीं जिला परिवहन अधिकारी मनीष कुमार शर्मा द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पत्तियों पर 1.84 करोड रूपये का निवेश करना पाया गया है जो उनकी वैध आय से 232 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है. ब्यूरो की पांच टीमें शर्मा के छह स्थानों की तलाशी ली जा रही है और इसमें पहली टीम को शर्मा के चितौड़गढ स्थित फ्लैट की तलाशी में नकद 99500/रूपये, एक इनफील्ड बाईक, एक एसयूवी, विदेश यात्राओं से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. इनके उदयपुर व जयपुर में एक एक फ्लैट को सील किया गया है.
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