चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर में दशहरे के दिन हुए दर्दनाक हादसे से पूरा देश अभी भी सदमे में है. लेकिन इस घटना को दो दिन बितने के बाद भी कोई इस घटना की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है कि इस घटना के पीछे जिम्मेदार कौन है. इस बात से नाराज मृतक के परिजान आज सुबह इस घटना के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए जोड़ा फाटक के पास ट्रेक को जाम कर दिया. ट्रैक से लोगों को हटाने के लिए जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो गुस्साए लोगों के बीच पुलिस की झड़प हो गई. जिसके चलते एक जवान इस घटना में घायल हो गया.
इस दौरान गुस्साए लोगों का पुलिस के साथ झडप ही नही हुआ. उनकी नाराजगी पुलिस और प्रशासन के प्रति इतना थी कि लोगों ने पुलिस बल के जवानों पर पथराव भी किया. हालांकि पुलिस ने हादसे के प्रति विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को किसी तरफ से ट्रैक से हटाकर रेलवे ट्रैक को क्लीयर करवाने में कामयाब हुआ. वहीं इस हादसे से नाराज लोगों का कहना है कि घटना को घटित हुए करीब दो दिन बितने को जा रहे है. इसके बाद भी इस हादसे की जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नहीं है. ऐसे में पूरा अमृतसर शहर रो रहा है और नेता इस घटना को लेकर राजनीति कर रहे है. उन्हें किसी के दुःख को लेकर कुछ नहीं पड़ी हुई है. यह भी पढ़े: अमृतसर रेल हादसा: व्हाट्स ऐप पर बेटे के कटे सिर की तस्वीर देख पटरी पर पहुंचा पिता, लेकिन नहीं मिली बेटे की लाश
Amritsar:1 security personnel injured after protesters pelted stones on police when being asked to clear railway tracks where they were protesting against #AmritsarTrainAccident. Head Constable Amritpal Singh says 'They're pelting stones.He received injuries in his eyes.' #Punjab pic.twitter.com/AfdITOEJqQ
— ANI (@ANI) October 21, 2018
गौरतलब है कि दशहरे के दिन पंजाब के अमृतसर में रावण दहन देख रहे लोगों को तेज रफ्तार से जा रही जालंधर-अमृतसर पैसेंजर ट्रेन रौंदती चली गई, हादसे में 60 से अधिक लोगों की मौत हुई है वहीं 70 से ज्यादा लोग इसमें घायल हुए है.