भोपाल: बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) की मुश्किलें बढती चली जा रही है. मध्य प्रदेश के इंदौर में जर्जर मकान को तोड़ने गए जिस नगर निगम (Indore Municipal Corporation) के अधिकारी को आकाश ने पिटा था उसकी तबियत अचानक से खराब होने के कारण आईसीयू में शिफ्ट किया गया है. फिलहाल आकाश जेल में बंद है और उनकी जमानत याचिका पर शनिवार को कोर्ट फैसला करने वाला है. इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूरे मामलें की रिपोर्ट राज्य की बीजेपी इकाई से मांगा है.
मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम के भवन निरीक्षक धीरेंद्र व्यास (46) को गुरुवार देर शाम उच्च रक्तचाप की शिकायत के बाद गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती किया गया है. वह पलासिया क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. डॉक्टर के अनुसार फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
Senior BJP leader Kailash Vijayvargiya’s son thrashing a municipal corporation employee with a cricket bat...!!!! Akash Vijayvargiya is an MLA from Indore 👏👏👏 pic.twitter.com/zP8gRxfGAb
— Manak Gupta (@manakgupta) June 26, 2019
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वहीं 34 वर्षीय बीजेपी विधायक के मामलें के तूल पकड़ने के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस मामले की पूरी डिटेल मांगी है. दरअसल इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके चलते पार्टी की छवि ख़राब हो रही है. शाह ने पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई से सिलसिलेवार घटनाक्रम की रिपोर्ट मंगवाई है. इस बीच न्यायिक हिराहत में भेजे गए आकाश की जमानत याचिका पिछले दो दिनों में अलग-अलग कोर्टों द्वारा खारिज की जा चुकी है.
Madhya Pradesh: Indore Municipal Corporation removes posters of BJP MLA Akash Vijayvargiya. pic.twitter.com/QDcj5NmgQZ
— ANI (@ANI) June 28, 2019
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के इंदौर में जर्जर मकान ढहाने गई इंदौर नगर निगम की टीम पर विवाद के बाद आकाश विजयवर्गीय ने अपने समर्थकों के साथ हमला बोल दिया. इस दौरान स्थानीय बीजेपी विधायक ने शहरी निकाय के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीट दिया. पुलिस ने आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट और बलवा करने के लिए धारा 353, 294, 506, 147, 148 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.