श्रीनगर: बाबा बर्फानी की वार्षिक यात्रा रविवार सुबह रक्षा बंधन वाले दिन छड़ी मुबारक की पूजा के साथ खत्म हो गई. इस साल पवित्र गुफा की अद्भुत शिव लिंग का 2.85 लाख से अधिक तीर्थयात्रीयों ने दर्शन किया. 28 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
दक्षिण कश्मीर के हिमालय में स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में आज छड़ी मुबारक की पूजा के बाद 60 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा खत्म हुई. समुद्र तल से 12,756 फुट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ का शिवलिंग निर्मित होता है, जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालु प्रतिवर्ष वहां उमड़ते हैं.
जानकारी के मुताबिक, साठ दिनों की यात्रा में 34 लोगों की विभिन्न कारणों से मौतें हुई. इस साल मौसम ने भी यात्रा में बाधा डाली. यात्रा में पहले दिन से ही उत्साह था, लेकिन कई बार मौसम खराब होने और कश्मीर बंद के चलते जम्मू से यात्रा रोकनी पड़ी थी.
वार्षिक यात्रा का प्रबंधन करने वाला श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड एसएएसबी ने इस वर्ष प्रत्येक मार्ग से हर रोज 7,500 यात्रियों को ही छोड़ने का निर्णय लिया था. इसमें हालांकि हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए गुफा तक पहुंचने वाले यात्री शामिल नहीं थे.
किसी भी आतंकी हमलें को टालने के लिए जम्मू-कश्मीर में 33,600 से अधिक सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया था. इसमें कुल 238 कंपनियां शामिल थी. जबकि 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा के मार्ग पर सुरक्षा प्रदान करने के लिए विशेष रूप से अर्धसैनिक बल के लगभग 24,000 जवानों को तैनात किया गया था.