Cyclone Biparjoy: कोंकण और मुंबई में चक्रवात बिपार्जोय का अलर्ट, IMD ने जताई महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और अचानक बाढ़ की आशंका
मरीना ड्राइव/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Facebook)

Cyclone Biparjoy: भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) यानी आईएमडी (IMD) ने 7 जून तक अरब सागर (Arabian Sea) के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के बारे में चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बनता है तो यह एक चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) में बदल सकता है, जिसका नाम चक्रवात बिपार्जोय (Cyclone Biparjoy) दिया गया है. अपने मौसम पूर्वानुमान में मौसम एजेंसी ने कहा कि 5 जून से 7 जून तक दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की सबसे अधिक संभावना है.

यह चक्रवाती परिसंचरण अगले 48 घंटों के भीतर कम दबाव के क्षेत्र के निर्माण और एक चक्रवात के रूप में विकसित हो सकता है. विशेष रूप से अरब सागर में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र (Low-Pressure Area) से भी मुंबई (Mumbai) और कोंकण (Konkan) क्षेत्र सहित महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई हिस्सों में भारी बारिश (Heavy Rain) और अचानक बाढ़ (Flash Floods) आने की आशंका है.

दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना: आईएमडी

इस बीच, कई रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि यदि कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान के रूप में विकसित होता है, तो इसे चक्रवात बिपार्जोय कहा जा सकता है, लेकिन सवाल यह है कि साइक्लोन बिपार्जोय नाम कहां से आया है? यह भी पढ़ें: Cyclone Mocha: चक्रवात मोचा ओडिशा और आंध्र प्रदेश में मचाएगा तबाही? जानें IMD के DG ने क्या कहा (Watch Video)

आईएमडी ने आगामी चक्रवातों के नाम किए जारी 

दरअसल, आईएमडी ने अप्रैल के महीने में आगामी चक्रवातों के नाम जारी किए हैं. आईएमडी ने उत्तर-हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के ऊपर उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामों की एक विस्तृत सूची जारी की, जबकि भारत के लिए चक्रवातों के नामों में गती, तेज, मुरासु, आग, व्योम, झार, नीर और घुरनी इत्यादि शामिल हैं. चक्रवात बिपार्जोय को बांग्लादेश के लिए अपना नाम मिला और इसमें कुछ अन्य नाम जैसे निसर्ग, अर्नब और उपकुल भी शामिल थे.

चक्रवात बिपार्जोय की संभावित तिथियां-

चक्रवात बिपार्जोय से भारी बारिश और अचानक बाढ़ आ सकती है?

रिपोर्टों के अनुसार, यदि कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवात के रूप में विकसित होता है तो इससे भारी वर्षा हो सकती है और महाराष्ट्र में अचानक बाढ़ आने की भी संभावना है. चक्रवात बिपार्जोय के लिए अस्थायी तारीखों से पता चलता है कि चक्रवाती संचलन पुणे सहित महाराष्ट्र में भारी बारिश का कारण बन सकता है. इसके अलावा, मुंबई में 8-10 जून के बीच तीव्र वर्षा होने की भी उम्मीद है, जब निम्न दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती परिसंचरण में बदल जाएगा.

मौसम विशेषज्ञों ने मुंबई और कोंकण क्षेत्र में 11-12 जून के बीच भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. चक्रवाती परिसंचरण से कोंकण में अचानक बाढ़ आने की भी आशंका है. हालांकि, आईएमडी ने अभी तक किसी भी विकास की पुष्टि नहीं की है.