UP: विधानसभा में सीएम योगी को चुनौती देंगे अखिलेश यादव, चुने गए नेता प्रतिपक्ष

समाजवादी पार्टी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को शनिवार को समाजवादी पार्टी विधायक दल के नेता चुन लिए गये हैं. इसके साथ तय हो गया है कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे. पार्टी के प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया.

अखिलेश यादव (Photo Credits : Twitter)

लखनऊ, 26 मार्च : समाजवादी पार्टी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को शनिवार को समाजवादी पार्टी विधायक दल के नेता चुन लिए गये हैं. इसके साथ तय हो गया है कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे. पार्टी के प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया. शनिवार को लखनऊ में हुए विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक हुई.

बैठक में अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है. विधान मंडल दल का नेता अखिलेश यादव ही रहेंगे. सपा के नेताओं ने अखिलेश यादव का स्वागत अभिनंदन किया. विधायक दल के नेता का प्रस्ताव अवधेश प्रसाद ने रखा, जिसका अनुमोदन आलम बदी ने किया. विधान मंडल दल का प्रस्ताव लालजी वर्मा ने किया जिसका अनुमोदन राजेन्द्र चौधरी ने किया.

बाद में अखिलेश सर्वसम्मति से नेता चुन लिए गए. विधानसभा चुनाव के मैदान में पहली बार उतरे अखिलेश यादव ने मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की. करहल को समाजवादी पार्टी के लिए सबसे सुरक्षित सीट माना जाता है. आजमगढ़ से सांसद रहते विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है. अखिलेश यादव से पहले बलिया के बांसडीह से विधायक रहे राम गोविंद चैधरी नेता प्रतिपक्ष होते थे. इस बार वह चुनाव हार गए हैं. यह भी पढ़ें : Uttarakhand: विधानसभा की पहली महिला स्पीकर ऋतु खंडूरी ने कहा, आज का दिन मेरे और राज्य के लिए गौरवपूर्ण

हाल में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करहल सीट से विधायक चुने जाने के बाद आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने कहा कि सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए यह 'त्याग' जरूरी था. अखिलेश ने एक ट्वीट में कहा, विधानसभा में उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों ने हमें नैतिक जीत दिलाकर जन-आंदोलन का जनादेश दिया है. इसका मान रखने के लिए मैं करहल का प्रतिनिधित्व करूंगा और आजमगढ़ की तरक्की के लिए भी हमेशा वचनबद्ध रहूंगा.

कहा, ''महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए ये त्याग जरूरी है.'' ऐसी अटकलें थीं कि अखिलेश प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं. गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी ने छोटे दलों के साथ गठबंधन किया. सपा गठबंधन को 125 सीट मिली हैं. इनमें 111 विधायक समाजवादी पार्टी, आठ विधायक राष्ट्रीय लोकदल और छह विधायक ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के हैं.

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