
रिलायंस जियो (Reliance Jio) इंफोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी (Akash Ambani) ने मुंबई टेक वीक के दौरान वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) को लेकर अपने विचार साझा किए. ड्रीम स्पोर्ट्स के सीईओ हर्ष जैन (Harsh Jain, CEO of Dream Sports) के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि वह अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए एक साधारण नियम का पालन करते हैं, जिसे उन्होंने अपने माता-पिता मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और नीता अंबानी (Nita Ambani) से सीखा है.
परिवार और कार्य में संतुलन
हर्ष जैन ने जब आकाश अंबानी से पूछा कि वह जियो जैसे विशाल संगठन को संभालते हुए वर्क-लाइफ बैलेंस कैसे बनाए रखते हैं, तो उन्होंने सबसे पहले सभी को धन्यवाद दिया. उन्होंने यह भी कहा कि वह सार्वजनिक रूप से अधिक भाषण नहीं देते हैं, लेकिन उनकी बहन ईशा अंबानी और पत्नी श्लोका मेहता हमेशा उनके साथ होती हैं, जो उन्हें आत्मविश्वास देती हैं.
आकाश अंबानी ने बताया कि वह बचपन से ही एक संयुक्त और घनिष्ठ परिवार में पले-बढ़े हैं, जिससे उनके जीवन में संतुलन बना रहता है. उन्होंने कहा, "हमारे परिवार में कार्य को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है, न कि किसी और चीज़ के साथ संतुलन बनाने का प्रयास किया गया है."
माता-पिता से मिली सीख
आकाश अंबानी ने बताया कि उन्होंने अपने माता-पिता को परिवार और काम दोनों को प्राथमिकता देते हुए देखा है. "हमने अपने माता-पिता को यह प्रयास करते हुए देखा है कि परिवार और काम दोनों ही हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताएं हों. यही दर्शन मैंने भी पिछले दस वर्षों से रिलायंस में काम करते हुए अपनाया है," उन्होंने कहा.
उन्होंने यह भी बताया कि जीवन में संतुलन का प्रश्न तभी आता है जब किसी को तय करना हो कि काम और परिवार में से कौन अधिक महत्वपूर्ण है. उनके अनुसार, दोनों ही जीवन के अभिन्न हिस्से हैं और इन्हें प्राथमिकता के आधार पर देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आपकी प्राथमिकताएं बदलती हैं, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी प्राथमिकताएं वही हों जो आपके जीवन को अर्थपूर्ण बनाएं."
"गुणवत्ता समय, मात्रात्मक नहीं"
सत्र के बाद हुए रैपिड-फायर राउंड में जब आकाश अंबानी से पूछा गया कि वह सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक काम करना पसंद करेंगे या शाम 5 बजे से सुबह 8 बजे तक, तो उन्होंने जवाब दिया कि उनका काम 12 घंटे से अधिक चलता है. उन्होंने अपनी पत्नी श्लोका मेहता का धन्यवाद किया कि वह उनके काम को समझती हैं और उनके साथ इस यात्रा में सहयोग देती हैं.
आकाश अंबानी के अनुसार, काम के घंटे मायने नहीं रखते, बल्कि यह मायने रखता है कि काम और परिवार दोनों को सही दिशा में समय दिया जाए. उन्होंने कहा, "जीवन में गुणवत्ता अधिक महत्वपूर्ण है, मात्रात्मक समय नहीं." उनकी इस सोच को उनकी पत्नी श्लोका का पूरा समर्थन मिला, जिन्होंने उनकी बात पर सहमति जताई.
आकाश अंबानी के विचारों से यह स्पष्ट होता है कि वर्क-लाइफ बैलेंस केवल समय के प्रबंधन से अधिक महत्वपूर्ण है. उनके अनुसार, काम और परिवार को प्राथमिकता देकर और सही मूल्यों को अपनाकर ही व्यक्ति जीवन में संतुलन बनाए रख सकता है.