Air India: लंबी देरी के बाद एयर इंडिया ने रद्द की शिकागो-दिल्ली फ्लाइट, यात्रियों में रोष

शिकागो से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान में काफी देरी और अंतत: रद्द होने से यात्री नाराज हो गए, क्योंकि उन्होंने शिकायत की कि उन्हें देरी के बारे में अंधेरे में रखा गया और एयरलाइन ने उन्हें बुधवार शाम तक उनके गंतव्य तक पहुंचने की वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में सूचित नहीं किया.

(Photo Credit : Twitter)

नई दिल्ली, 16 मार्च : शिकागो से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया (Air India) की उड़ान में काफी देरी और अंतत: रद्द होने से यात्री नाराज हो गए, क्योंकि उन्होंने शिकायत की कि उन्हें देरी के बारे में अंधेरे में रखा गया और एयरलाइन ने उन्हें बुधवार शाम तक उनके गंतव्य तक पहुंचने की वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में सूचित नहीं किया. शिकागो से दिल्ली जाने वाली एआई 126 फ्लाइट 14 मार्च को दोपहर 1.30 बजे (स्थानीय समय) रवाना होने वाली थी और 15 मार्च को दोपहर 2.20 बजे दिल्ली हवाईअड्डे पर पहुंचे. हालांकि, इसके करीब 300 यात्री बुधवार देर शाम शिकागो हवाईअड्डे पर इंतजार कर रहे थे और उन्हें किसी वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.

गोपाल कृष्ण सोलंकी ने कहा, "उड़ान 22 घंटे से अधिक लेट है और हम अभी भी हवाईअड्डे पर हैं. हमें गाइड करने वाला कोई नहीं है. एयरलाइन कर्मचारी शायद ही कुछ बता रहे हैं. हमें नहीं पता कि हम कब दिल्ली पहुंच पाएंगे. हम जानकारी का इंतजार कर रहे थे." सूत्रों ने दावा किया कि यात्रियों में एक व्यक्ति है जिसने अपनी मां को खो दिया और उसे अंतिम संस्कार के लिए पहुंचना था. सोलंकी ने कहा कि हवाई यात्रियों को एक होटल उपलब्ध कराया गया था, लेकिन इसकी व्यवस्था बहुत देर से हुई. उन्होंने कहा, "हमें यहां काफी देर तक इंतजार करना पड़ा और लड़ाई और ठहरने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. हमें होटल के बारे में बहुत देर से बताया गया." यह भी पढ़ें : Bihar: अवैध शराब लाने के लिए तस्कर आजमाते हैं नए पैंतरे

इस बीच एयर इंडिया ने कहा है कि तकनीकी कारणों से उड़ान रद्द की गई है. एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, "14 मार्च, 2023 को एयर इंडिया की उड़ान एआई 126 को तकनीकी कारणों से रद्द करना पड़ा. प्रभावित यात्रियों को चौतरफा समर्थन की पेशकश की गई और उन्हें वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित किया जा रहा है. हमें अपने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद है." सरकार ने मंगलवार को संसद को बताया कि वर्ष 2022 के दौरान तकनीकी कारणों से कुल 1,171 उड़ानें रद्द की गईं, जबकि 2021 में 931 और 2020 में 1,481 उड़ानें रद्द की गईं.

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