चेन्नई, 17 मार्च : चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के बाद भी, तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक गठबंधन को लेकर असमंजस में है. 2019 का लोकसभा चुनाव और 2021 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ी अन्नाद्रमुक ने पिछले साल सितंबर में एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया था. पार्टी ने घोषणा की है कि वह एक बड़े गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी. लेकिन अब तक 'पुथिया तमिलगम' और 'पुरथु भारतम' जैसी कुछ छोटी पार्टियों को छोड़कर, पार्टी के साथ चुनाव लड़ने के लिए कोई प्रमुख सहयोगी नहीं है.
अन्नाद्रमुक के सूत्रों ने विश्वास जताया कि पार्टी शक्तिशाली वन्नियार समुदाय की राजनीतिक शाखा, पीएमके के साथ गठबंधन करेगी. लेकिन, पीएमके गठबंधन के लिए अन्नाद्रमुक और भाजपा को चुनने के बीच झूल रही है. पार्टी के संस्थापक नेता डॉ. एस रामदास और उनके बेटे व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास के बीच मतभेद की खबरें सामने आई हैं. डॉ. एस रामदास जहां अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन को प्राथमिकता दे रहे हैं, तो उनके बेटे अंबुमणि रामदास भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं. यह भी पढ़ें : BREAKING: कांग्रेस का बड़ा दांव! वाराणसी से पवन खेड़ा और अमेठी से सुप्रिया श्रीनेत लड़ेंगी चुनाव
उधर, अन्नाद्रमुक दिवंगत तमिल सुपरस्टार विजयकांत द्वारा स्थापित पार्टी डीएमडीके के साथ भी नजदीकी बढ़ा रही है. पीएमके की तरह डीएमडीके भी बीजेपी के साथ बातचीत कर रही है. कहा जा रहा है कि पार्टी महासचिव और विजयकांत की पत्नी प्रेमलता विजयकांत एआईएडीएमके और पीएमके साथ सौदेबाजी कर रही हैं. अन्नाद्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि पार्टी पीएमके और डीएमडीके दोनों के साथ गठबंधन करेगी. तमिलनाडु में 19 अप्रैल को मतदान होना है. इसके लिए 20 मार्च से नामांकन शुरू होगा और 27 मार्च को इसकी आखिरी तारीख है. नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 30 मार्च है.