अहमदाबाद: महिला PSI पर रेप केस दबाने के लिए आरोपी से 35 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप, हुई गिरफ्तार
गुजरात के अहमदाबाद से एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा रेप के आरोपी से रिश्वत लेने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कथित तौर पर महिला पुलिस थाने की पीएसआई श्वेता जड़ेजा पर बलात्कार के एक आरोपी से रेप केस को दबाने के लिए 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है.
अहमदाबाद: गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmadabad) से एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा रेप के आरोपी से रिश्वत लेने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कथित तौर पर महिला पुलिस थाने की पीएसआई श्वेता जड़ेजा (PSI Shweta Jadeja) पर बलात्कार के एक आरोपी (Rape Accused) से रेप केस (Rape Case) को दबाने के लिए 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है. रिश्वत लेने के मामले में शुक्रवार को महिला पीएसआई को गिरफ्तार कर शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया. जहां पुलिस ने कोर्ट से श्वेता जड़ेजा के लिए 7 दिनों की रिमांड की अपील की, लेकिन कोर्ट ने 3 दिन के रिमांड की इजाजत दी. महिला पीएसआई पर आरोप है कि उन्होंने प्रिवेंशन ऑफ एंटी-सोशल एक्टीविटीज (पीएएसए) (PASA) के तहत मुकदमा दर्ज न करने के एवज में 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जीपीएम क्रॉप साइंस प्राइवेट लिमिटेड के एमडी केनाल शाह के खिलाफ साल 2017 में उनकी पीए ने रेप की शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले की जांच अहमदाबाद-पश्चिम महिला पुलिस थाने की पीएसआई श्वेता जड़ेजा को सौंपी गई थी. रेप की शिकायत के अलावा केस के गवाह सिक्योरिटी गार्ड को धमकी देने लिए भी केनाल शाह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई. इस मामले की जांच कर रही श्वेता जड़ेजा पर आरोप है कि उन्होंने आरोपी को पहले पीएएसए के तहत बंद करने की धमकी दी और फिर रेप केस को रफादफा करने के लिए 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगी. यह भी पढ़ें: जोधपुर जिले के लोहावट तहसील के उपखंड अधिकारी कार्यालय का वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार, मामला दर्ज
बताया जा रहा है कि आरोपी ने केस से बचने के लिए महिला पुलिसकर्मी को 20 लाख रुपए दे दिए थे और बचे हुए 15 लाख के लिए जब श्वेता जडेजा उस पर दबाव बनाने लगी तो आरोपी केनाल ने क्राइम ब्रांच में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी. शिकायतकर्ता ने जांच अधिकारियों को फोन कॉल रिकॉर्डिंग और वॉट्सऐप मैसेज के स्क्रीनशॉट मुहैया कराए. मामले की जांच में महिला पीएसआई के खिलाफ आरोप सही पाए जाने के बाद उसे भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत शुक्रवार की शाम गिरफ्तार किया गया. फिलहाल एसओजी इस मामले की जांच कर रही है.