रुद्रप्रयाग, 6 जुलाई : श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने समेत मंदिर के पास लाकर रूम बनाने के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा. वहीं समिति ने मंदिर के अंदर मोबाइल समेत अन्य इलेक्ट्रानिक वस्तुएं ले जाने को पूरी तरह प्रतिबंधित करने का निर्णय भी लिया है. पत्र में सलाह दी गई है कि केदारनाथ मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए. साथ ही मंदिर के पास कुछ दूरी पर लाकर रूम भी बनाया जाना चाहिए, ताकि तीर्थ यात्री वहां अपने मोबाइल समेत अन्य सामान को सुरक्षित रख सकें.
मंदिर के भीतर सिर्फ पूजा सामग्री ले जाने की ही अनुमति होनी चाहिए. विदित हो कि बीते दिनों केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में स्वयंभू शिवलिंग का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था. इसे गंभीरता से लेते हुए समिति के अध्यक्ष ने मंदिर में तैनात कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश मुख्य कार्याधिकारी को दिए थे. साथ ही कहा था कि मंदिर समिति का जो भी कर्मचारी इसमें दोषी पाया जाए, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए. कपाट खुलने के बाद केदारनाथ धाम में भीड़ अधिक होने के कारण मंदिर समिति की ओर से तीर्थ यात्रियों को मंदिर के सभामंडप तक ही जाने की अनुमति दी गई थी. यहीं से वे स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन कर रहे थे. यह भी पढ़ें : दिल्ली की शराब नीति: थोक विक्रेताओं की मदद कर रहे निजी खिलाड़ियों के हाथ में व्यापार
लेकिन, जुलाई में तीर्थ यात्रियों की संख्या घटने पर तीर्थ यात्रियों को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई. इसी बीच मंदिर के गर्भगृह का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया. समिति के अध्यक्ष अजेंद्र ने कहा कि कहा गर्भगृह में दर्शनों की अनुमति के बाद कुछ तीर्थ यात्री मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं. इसी को देखते हुए मुख्य सचिव को मंदिर से कुछ दूरी पर लाकर रूम स्थापित करवाने का सुझाव दिया गया है. कहा कि मंदिर की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाया जाना जरूरी है.