लखनऊ, 23 दिसम्बर : समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था संभालना बीजेपी सरकार के बस की बात नहीं है. कहा कि अपराधियों के बुलंद हौसलों के आगे प्रशासनिक मशीनरी नतमस्तक है. अखिलेश ने यहां अपने जारी बयान में कहा कि, "बीजेपी राज में सर्वाधिक अत्याचार की शिकार महिलाएं एवं किशोरियां ही हैं. डबल इंजन वाली बीजेपी सरकार के 'मिशन शक्ति' और 'एंटी रोमियो स्क्वाड' जैसे टोटके काम नहीं आ रहे हैं. अपराधियों के बुलंद हौसलों के कारण प्रशासनिक मशीनरी नतमस्तक नजर आ रही है."
उन्होंने कहा कि, "रामपुर के स्वार क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता पर एसिड अटैक (Acid attack) की घटना की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि बहराइच के काजीपुरा मोहल्ला में कोचिंग से लौट रही छात्रा पर भी एसिड से हमला हुआ, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई है. आगरा के शमसाबाद क्षेत्र की बड़ा गांव निवासी एक युवती की गला रेतकर हत्या कर दी गई. उसका शव घर से डेढ़ किलोमीटर दूर बरामद हुआ है. कन्नौज में तमंचा दिखाकर एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया गया. अलीगढ़ में दुष्कर्म के बाद पीड़िता को गोली मार दी गई. बीजेपी राज में तो अब पूजा स्थल और अस्पताल में भी महिलाएं अपमानित हो रही हैं." यह भी पढ़ें : देश की खबरें | अदालत का समय बर्बाद करने के लिए न्यायालय ने उत्तरप्रदेश सरकार पर 15 हजार रुपये जुर्माना लगाया
अखिलेश ने आगे कहा कि, "न्यायपालिका और लोकतंत्र में विश्वास रखते हुए पूरा भरोसा है कि पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ चल रहे झूठे मुकदमों से उन्हें जल्दी ही इंसाफ मिलेगा. न्यायालय के आदेश से पूर्व सांसद एवं विधायक तंजीन फातिमा की 298 दिनों बाद जेल से हुई रिहाई से साबित होता है कि सच के आगे झूठ हारता है."