अडानी पोर्ट ने जारी किया अलर्ट, कच्छ की खाड़ी से भारत पर हमले की फिराक में पाकिस्तान, अंडरवाटर अटैक की आशंका
इंटेलीजेंस एजेंसियों ने गुरुवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान के अंडरवाटर कॉम्बेट (पानी के अंदर युद्ध) में प्रशिक्षित कमांडो गुजरात से सटी कच्छ की खाड़ी में प्रवेश कर गए हैं. इस बीच, अडानी पोर्ट्स एंड लॉजिस्टिक्स ने भी पाकिस्तान के प्रशिक्षित कमांडो के बारे में अलर्ट जारी किया है.
इंटेलीजेंस एजेंसियों ने गुरुवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) के अंडरवाटर कॉम्बेट (पानी के अंदर युद्ध) में प्रशिक्षित कमांडो गुजरात (Gujarat) से सटी कच्छ की खाड़ी (Gulf of Kutch) में प्रवेश कर गए हैं. इस बीच, अडानी पोर्ट्स एंड लॉजिस्टिक्स (Adani Ports and Logistics) ने भी पाकिस्तान के प्रशिक्षित कमांडो (Pakistan Trained Commandoes) के बारे में अलर्ट जारी किया है. अडानी पोर्ट्स की तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि हरामी नाला क्रीक (Harami Naala Creek) के जरिए पाकिस्तानी कमांडो कच्छ की खाड़ी में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में गुजरात के मुंद्रा/कांडला पोर्ट (Mundra/Kandla Ports) पर सुरक्षा उपाय के तौर पर सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
सर्कुलर में कहा गया है कि गुजरात में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के अत्यधिक उपाय किए जाने चाहिए. सर्कुलर में सलाह दी गई है कि मुंद्रा पोर्ट पर सभी जहाजों के लिए अत्यधिक सुरक्षा उपाय करें और चौकस निगरानी बनाए रखें. उधर, समुद्र के रास्ते आतंकवादियों की संभावित घुसपैठ की खुफिया जानकारी मिलने के बाद गुजरात पुलिस ने कांडला बंदरगाह और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. यह भी पढ़ें- गुजरात से सटी समुद्री सीमा से घुसपैठ की फिराक में पाकिस्तानी कमांडो और आतंकी, हाईअलर्ट पर बीएसएफ और कोस्ट गार्ड.
पुलिस महानिरीक्षक (सीमा रेंज) डी. बी. वाघेला ने कहा कि हमें समय-समय पर आतंकवादियों की संभावित घुसपैठ की खुफिया जानकारी मिली है और हमने कांडला बंदरगाह समेत अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी है. यह कदम भारतीय नौसेना द्वारा समुद्री रास्ते से संभावित आतंकवादी हमले की चेतावनी दिए जाने के कुछ दिनों बाद उठाया गया है.
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने इस महीने संविधान के अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को रद्द कर दिया है, जो जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता था. इसके साथ ही सरकार ने राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है. भारत सरकार के इस फैसले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है.