आतंकियों के बाद अब नक्सलियों को भी मुहतोड़ जवाब देंगे भारतीय सुरक्षाबल, बनाया ये 'मास्टर प्लान'
भारतीय सेना (Photo Credit: Twitter)

रायपुर: छत्तीसगढ़ में वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे नक्सली विधासभा चुनाव के दौरान बड़ा हमला कर सकते है. खुफिया जानकारी के मुताबिक राज्य में चुनाव की वजह से नक्सली बौखलाये हुए है और कोई बड़ा हमला शिकार करने का दांव तलाश रहे है. दरअसल प्रदेश में नक्सालियों का प्रभाव क्षेत्र सीमित हो गया है और वे जंगल के कुछ हिस्सों में छिपे हुए हैं. वहीं नक्सालियों के नापाक मंसूबे का मुहतोड़ जवाब देने के लिए सरकार ने भी कमर कस ली है. शांतिपूर्ण चुनाव के लिए केंद्रीय एवं राज्य पुलिस बलों के करीब 65,000 जवानों की तैनाती की जाएगी.

हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां-

बीजापुर और सुकमा जिलों में हाल ही में हुए नक्सली हमलें के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसिया चुनावी प्रक्रिया संपन्न होने तक हाई अलर्ट पर है. प्रदेश खुफिया विभाग के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक, "बस्तर में नक्सली अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उनके प्रभाव का क्षेत्र काफी सिमटकर रह गया है. इसलिए वे या तो राजनेता, नौकरशाह, सुरक्षाकर्मी, मतदानकर्मियों या मीडिया के लोगों को बड़ा शिकार बनाना चाहते हैं, क्योंकि चुनाव को लेकर इलाके में इनकी आवाजाही शुरू हो गई है."

चुनाव के दौरान 65,000 जवानों की तैनाती-

एक अधिकारी के मुताबिक नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए करीब 65,000 जवानों की तैनाती की जाएगी. इसमें सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, सीआईएसएफ और आरपीएफ के अलावा राज्य पुलिस बल शामिल होंगे. कुछ दस्ते राजधानी रायपुर पहुंच चुके हैं. सभी जवान इसी हफ्ते निर्दिष्ट किए गए स्थानों और मतदान केंद्रों पर तैनात हो जाएंगे.”

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “राज्य में पहले चरण के चुनाव के लिए केंद्रीय एवं राज्य पुलिस बलों की करीब 650 कंपनियों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस के कर्मियों की भी तैनाती होगी.” राज्य पुलिस या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की एक कंपनी में करीब 100 कर्मी होते हैं.

बता दें कि 90 सदस्यों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव दो चरण में होंगे. पहले चरण के लिये मतदान 12 नवंबर को होगा वहीं दूसरे चरण के लिए मतदान 20 नवंबर को है.