आधार ने 6 साल से लापता 21 वर्षीय दिव्यांग युवक को परिवार से मिलवाया

बिहार से वर्ष 2016 से लापता 21 वर्षीय दिव्यांग युवक को आधार ने उसके परिवार से मिलवा दिया है. आधार के जरिए पहचाने गए शख्स की पहचान महाराष्ट्र के नागपुर में हुई.

आधार कार्ड (Photo Credits: File Photo)

नई दिल्ली, 1 सितंबर : बिहार से वर्ष 2016 से लापता 21 वर्षीय दिव्यांग युवक को आधार ने उसके परिवार से मिलवा दिया है. आधार के जरिए पहचाने गए शख्स की पहचान महाराष्ट्र के नागपुर में हुई. युवक नवंबर 2016 में बिहार के खगड़िया जिले से लापता हो गया था. अगस्त 2022 में नागपुर में आधार के माध्यम से विकलांग व्यक्ति (बहरा और गूंगा) का पता लगाया गया था.

28 नवंबर 2016 को नागपुर रेलवे स्टेशन पर 15 साल का एक बच्चा मिला था. चूंकि बच्चा विशेष रूप से विकलांग था, वह बोलने और सुनने में अक्षम था, रेलवे अधिकारियों ने उचित प्रक्रिया के बाद उसे नागपुर के सरकारी अनाथालय को सौंप दिया. उसका नाम प्रेम रमेश इंगले रखा गया. अनाथालय के अधीक्षक और काउंसलर विनोद डाबेराव ने जुलाई 2022 में 'प्रेम रमेश इंगले' के आधार पंजीकरण के लिए नागपुर में आधार सेवा केंद्र (एएसके) का दौरा किया. लेकिन इस नामांकन के लिए आधार नहीं बनाया जा सका, क्योंकि बायोमेट्रिक्स किसी अन्य मौजूदा आधार संख्या से मेल खा रहे थे. यह भी पढ़ें : Maharashtra: मोटरसाइकिल दुर्घटना में मृत व्यक्ति के परिजनों के लिए 19.68 लाख रुपये के मुआवजे का आदेश

इसके बाद नागपुर के एएसके ने मुंबई में यूआईडीएआई के क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क किया. सत्यापन में यह सामने आया कि युवक के पास सचिन कुमार नाम और बिहार के खगड़िया जिले के एक इलाके के पते वाला आधार पहले था, जो 2016 में बना था. इसके बाद अगस्त के तीसरे सप्ताह में पुलिस अधिकारियों और गांव के सरपंच से अपेक्षित दस्तावेज लेकर युवक की मां और चार परिजन नागपुर पहुंचे. मुख्य रूप से आधार के कारण सचिन कुमार अब अपने परिवार के साथ फिर से जुड़ गया है.

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