3 Years of Pulwama Attack: तीन साल पहले इस दिन, जम्मू और कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों (Indian security forces) पर सबसे घातक हमला किया गया. जिसके परिणामस्वरूप 40 सीआरपीएफ जवानों की मौत हो गई थी. भारतीय वीरों की शहादत व्यर्थ नहीं गई क्योंकि देश ने इसका बदला पाकिस्तानी सरजमीं पर कई आतंकी शिविरों पर बमबारी कर दिया. 14 फरवरी, 2019 को जम्मू से श्रीनगर के लिए 2,500 से अधिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को ले जाने वाले 78 वाहनों का एक काफिला राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर यात्रा कर रहा था. यह भी पढ़ें: पुलवामा अटैक: आतंकी हमले की शिकार हुई बस में सवार थे CRPF के 42 जवान, देखें पूरी लिस्ट
अवंतीपोरा के पास लेथपोरा में दोपहर करीब 3:15 बजे सुरक्षाकर्मियों को ले जा रही एक बस को विस्फोटक ले जा रही एक कार ने टक्कर मार दी. इससे एक विस्फोट हुआ जिसमें 76वीं बटालियन के सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने हमले की जिम्मेदारी ली. उन्होंने काकापोरा के 22 वर्षीय हमलावर आदिल अहमद दार का एक वीडियो भी जारी किया, जो एक साल पहले समूह में शामिल हुआ था.
भारत-पाक संबंध बिगड़े
इस हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के सबसे पसंदीदा राष्ट्र का दर्जा रद्द कर दिया, जबकि भारत में आयात होने वाले सभी पाकिस्तानी सामानों पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया. भारत सरकार ने मनी लॉन्ड्रिंग पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) से पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालने का आग्रह किया. 17 फरवरी को, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेताओं के लिए सुरक्षा प्रावधानों को रद्द कर दिया.
भारत ने पाकिस्तान में आतंकी कैंपों पर बमबारी की
IAF ने JeM के प्रशिक्षण कैंपों पर बमबारी की, जिसमें बड़ी संख्या में कथित तौर पर 300 से 350 के बीच आतंकवादी मारे गए.
पाकिस्तान की असफल स्ट्राइक
27 फरवरी को, पाकिस्तानी वायु सेना ने एक दिन पहले भारतीय हवाई हमले के जवाब में जम्मू-कश्मीर में हवाई हमला किया. पाकिस्तान और भारत दोनों इस बात पर सहमत हुए कि पाकिस्तान के हवाई हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ है.
हालाँकि, भारतीय और पाकिस्तानी जेट विमानों के बीच एक डॉगफाइट में, एक भारतीय मिग -21 पाकिस्तानी सीमा में जा गिरा था और इसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को पकड़ लिया गया था. पाकिस्तान ने उन्हें 1 मार्च को रिहा कर दिया.