कोरोना के मध्यप्रदेश में 93 नए मरीज पाए गए: 14 जुलाई 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को उच्च न्यायालय से कहा कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों की जांच में अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे पता चलता हो कि राजनीतिक नेताओं ने हिंसा को उकसाया या उसमें हिस्सा लिया. इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की जान चली गयी थी.

15 Jul, 00:00 (IST)

कोरोना  के मध्यप्रदेश में मंगलवार को 93 नए मरीज पाए गए हैं. स्वाथ्य विभाग के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,496 हो गई है. वही अब तक 278 लोगों की मौत हुई हैं

14 Jul, 23:47 (IST)

गौतमबुद्धनगर में कोरोना के मंगलवार को 167 नए मामले दर्ज किए गये. वहीं 2 मरीजों की मौत हुई हैं.

14 Jul, 23:01 (IST)

सीएम अशोक गहलोत के आवास पर कैबिनेट की बैठक थी. बैठक खत्म होने के बाद राज्य के मंत्री फेयरमॉन्ट होटल के लिए रवाना हुए.

14 Jul, 22:57 (IST)

तेलंगाना में कोरोना के 1524 नए मामले सामने आए हैं और 10 लोगों की मौत हुई है. राज्य में कुल केस 37,745 हुए, अब तक 375 की की मौत हुई हैं.

14 Jul, 21:58 (IST)

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने कांग्रेस के नेता संजय झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासन तोड़ने के आरोप में पार्टी ने निलंबित कर दिया.

14 Jul, 21:26 (IST)

राजस्थान सियासी संकट के बीच जयपुर में कल सुबह 11 बजे बीजेपी की बैठक होने जा रही है. इस बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी रहेंगी मौजूद

14 Jul, 20:21 (IST)

सचिन पायलट को पार्टी से जाने पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दुःख जताया है.

14 Jul, 20:10 (IST)

कोरोना के उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 1656 नए मरीज पाए गए हैं. वहीं 778 मरीजों को अस्पताल से ठीक होने के अब्द छुट्टी दी गई हैं. वहीं 28 लोगों की की मौत हुई है.

14 Jul, 19:17 (IST)

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य के  मंत्रियों के साथ फेयरमॉन्ट होटल से सीएम आवास के लिए निकले हैं. शाम साढ़े सात बजे सीएम आवास पर मंत्रियों के साथ बैठक होने वाली है.

14 Jul, 19:10 (IST)

केरल में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 608 नए मामले सामने आए. इसके बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 8930 पहुंच गई है.

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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सोमवार को उच्च न्यायालय (High Court) से कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों की जांच में अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे पता चलता हो कि राजनीतिक नेताओं ने हिंसा को उकसाया या उसमें हिस्सा लिया. इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की जान चली गयी थी. उच्च न्यायालय में पुलिस का बयान उन याचिकाओं के जवाब में आया है जिनमें आरोप लगाये गये थे कि कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और अभय वर्मा समेत भाजपा नेताओं ने नफरत भरे भाषण दिए थे जिससे हिंसा भड़की.

एक अन्य अर्जी में आरोप लगाया गया था कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस नेताओं तथा मनीष सिसोदिया, अमानतुल्ला खान जैसे आप नेताओं तथा एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान ने भी घृणाभरे भाषण दिये थे.

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इन अर्जियों पर जवाब में पुलिस ने अपने हलफनामे में कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगे से जुड़े उपरोक्त सभी मामलों में अब तक की जांच में ऐसा कोई कार्रवाई योग्य सबूत सामने नहीं आया है जो रिट याचिकाओं में उल्लेखित व्यक्तियों की दंगा भड़काने या उसमें हिस्सा लेने में उनकी भूमिका का संकेत करता है.

सोमवार को मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति प्रतीक जालान की पीठ के सामने यह हलफनामा दिया गया। इस पर आगे सुनवाई 21 जुलाई को होगी.

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