Cheetahs Coming Soon to Kuno: 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत लाए जाएंगे 12 चीते, वायुसेना के विमान से पहुंचेंगे हिंदुस्तान

12 चीतों (7 नर, 5 मादा) के पहले बैच को 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत स्थानांतरित किया जाएगा. 12 चीतों का दक्षिण अफ्रीका से ग्वालियर और उसके बाद हेलीकाप्टरों के माध्यम से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरण भारतीय वायुसेना द्वारा किया जा रहा है.

South Africa Cheetahs in India (Photo Credit : Twitter)

नई दिल्ली, 16 फरवरी: केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव गुरुवार को 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को भारत लाएंगे. बड़ी बिल्लियों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि चीतों को भारत वापस लाने से देश की प्राकृतिक विरासत को बहाल करने में मदद मिलेगी. South Africa Cheetahs in India: भारत को चीता देगा दक्षिण अफ्रीका, एक दशक तक जारी रहेगा लाने का ये सिलसिला

भारत में चीता परिचय परियोजना का लक्ष्य भारत में व्यवहार्य चीता मेटापॉपुलेशन स्थापित करना है, जो चीता को एक शीर्ष शिकारी के रूप में अपनी कार्यात्मक भूमिका निभाने की अनुमति देता है और चीता को उसकी ऐतिहासिक सीमा के भीतर विस्तार के लिए जगह प्रदान करता है, जिससे उसके वैश्विक संरक्षण प्रयासों में योगदान होता है.

मंत्री यादव ने ट्रांसलोकेशन के लिए पूर्ण समर्थन देने के लिए रक्षा मंत्रालय और भारतीय वायु सेना को भी धन्यवाद दिया. यादव ने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्रों में मंत्रालय द्वारा की गई विभिन्न पहलों का भी उल्लेख किया, जिसमें प्रोजेक्ट चीता, लाइफ अवधारणा और इसकी स्थिरता, हरित विकास अर्थात ग्रीन क्रेडिट, मिष्टी - मैंग्रोव संरक्षण और गज उत्सव आदि शामिल हैं.

भारतीय जंगल में अंतिम चीतों को 1947 में दर्ज किया गया था, जहां छत्तीसगढ़ में कोरिया के साल शोरिया रोबस्टा जंगलों में तीन चीतों को गोली मार दी गई थी. भारत में चीतों की संख्या में कमी के मुख्य कारणों में बड़े पैमाने पर जंगल से जानवरों को पकड़ने, बाउंटी और खेल शिकार, व्यापक आवास परिवर्तन के साथ-साथ शिकार के आधार में गिरावट और 1952 में उन्हें विलुप्त घोषित कर दिया गया था.

इस संदर्भ में भारत सरकार ने नामीबिया गणराज्य के साथ जी2जी परामर्शी बैठकें शुरू कीं, जो चीता संरक्षण के लिए 20 जुलाई 2022 को दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के रूप में परिणत हुई. भारत में चीता परिचय की कार्य योजना के अनुसार, कम से कम अगले 5 वर्षों के लिए अफ्रीकी देशों से सालाना 10-12 चीतों का आयात करने की आवश्यकता है.

इस संदर्भ में, भारत सरकार ने चीता संरक्षण के क्षेत्र में सहयोग के लिए 2021 से दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू की. जनवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ वार्ता सफलतापूर्वक संपन्न हुई.

समझौता ज्ञापन के प्रावधानों के तहत, 12 चीतों (7 नर, 5 मादा) के पहले बैच को 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत स्थानांतरित किया जाएगा. 12 चीतों का दक्षिण अफ्रीका से ग्वालियर और उसके बाद हेलीकाप्टरों के माध्यम से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरण भारतीय वायुसेना द्वारा किया जा रहा है.

अधिकारियों ने कहा कि भारत में आगमन के बाद, सभी 12 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में विशेष रूप से बनाए गए बाड़ों में रखा जाएगा और जानवरों की गहन निगरानी की जाएगी.

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