केंद्रीय मंत्री और बीजेपी (BJP) उम्मीदवार स्मृति ईरानी (Smriti Irani) गुरुवार को अमेठी (Amethi) लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी. इस मौके पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) मौजूद रहेंगे. नामांकन पत्र सौंपने के अवसर पर वीवीआईपी लोगों की उपस्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं. स्मृति ईरानी ने बुधवार को अमेठी में व्यापारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा और कहा कि देश को खंडित करने और समाज को विखंडित करने का सपना देखने वालों को अपना समर्थन ना दें. इससे देश कमजोर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे अमेठी ने एक प्रत्याशी नहीं बल्कि दीदी के रूप में सम्मान दिया है. मैं अमेठी की सेवा अपना परम धर्म समझती हूं. कांग्रेस से आप सबको सावधान रहने की जरूरत है.
10 अप्रैल 2019 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE: लोकसभा चुनाव 2019: स्मृति ईरानी कल अमेठी सीट से दाखिल करेंगी नामांकन, सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे मौजूद
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज अमेठी लोकसभा सीट के लिए नामांकन करेंगे. साथ ही वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में रोड शो भी करेंगे...
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज अमेठी लोकसभा सीट के लिए नामांकन करेंगे. साथ ही वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में रोड शो भी करेंगे. रोड शो में भारी भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता देर शाम तक जुटे रहे. बता दें कि नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी साथ रहेंगी. कांग्रेस अध्यक्ष पर्चा दाखिल करने से पहले मुंशीगंज से गौरीगंज के बीच 3 किलोमीटर तक रोड शो भी करेंगे. गौरतलब है कि राहुल गांधी पिछले 15 साल से अमेठी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. आज के सभी मुख्य समाचार और ब्रेकिंग न्यूज पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें.
2014 के चुनाव की तरह इस बार भी उनका मुकाबला बीजेपी की स्मृति ईरानी से है. स्मृति ईरानी को 2014 के चुनावों में राहुल के हाथ पराजय का सामना करना पड़ा था. वहीं आज सुप्रीम कोर्ट केन्द्र की प्राथमिक आपत्ति पर फैसला सुनाएगा कि क्या राफेल मामले में फैसले पर पुनर्विचार के लिए विशेषाधिकार वाले दस्तावेजों को आधार बनाया जा सकता है या नहीं.
सु्प्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ कर रही है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 14 मार्च को इस मामले पर फैसला सुरक्षित रखा था. इन दस्तावेजों को मान्यता देने पर केंद्र सरकार की ओर से आपत्ति जाहिर की गई थी. 14 दिसंबर के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे के खिलाफ सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था.