'बालिका वधु' मेरी पहली स्कूल थी : रूप दुर्गापाल
रूप दुर्गापाल (Photo Credits: Instagram)

टीवी सीरियल 'बालिका वधु' (Balika Vadhu) को लॉकडाउन के बीच फिर से प्रसारित किया जा रहा है. ऐसे में अभिनेत्री रूप दुर्गापाल (Roop Durgapal) ने लोकप्रिय टीवी शो की शूटिंग को याद करते हुए कहा कि यह उनका पहला स्कूल था. रूप ने सीरियल में सांची का किरदार निभाया था.

रूप ने कहा, "यह सिर्फ मेरा पहला शो नहीं था, बल्कि यह मेरा पहला स्कूल भी था जहां मैंने वास्तव में सब कुछ सीखा. सिर्फ अभिनय ही नहीं, बल्कि यह भी कि चीजें कैसे काम करती हैं, अपने आप को कैसे कंडक्ट करना है और निश्चित रूप से क्या नहीं करना है. मैं सचमुच 'बालिका वधू' के सेट पर विकसित हुई हूं और आज आठ साल बाद इसे याद करना निश्चित रूप से बहुत भावुक करने वाला है. मैं साल 2012 से साल 2015 तक शो का एक हिस्सा थी और एक पूरा ग्राफ निभाया, जिसमें कॉलेज जाने वाली लड़की से एक दुष्कर्म पीड़ित को डेट करने तक और एक परिपक्व विवाहित महिला, जिसे गर्भपात का सामना करना पड़ता है, सब शामिल रहे. शो में मैंने तीन साल की अवधि में नेगेटिव से पॉजीटिव तक का किरदार निभाया. यह शानदार रहा." यह भी पढ़े: हिना खान ने दिया वर्कआउट टिप, कहा- एक्सरसाइज के समय स्टाइलिश आउटफिट जरूरी

'बालिका वधु' साल 2008 से 2016 तक प्रसारित हुआ था. यह शो बाल विवाह के मुद्दे पर आधारित है. इसके कलाकारों में अविका गौर, सुरेखा सीकरी, अनूप सोनी, स्मिता बंसल, विक्रांत मैसी और सिद्धार्थ शुक्ला भी शामिल थे.

रूप ने आगे कहा, "'बालिका वधु' अपने शानदार कास्ट की वजह से अपने आप में एक संस्था थी. मेरे पहले शो में ऐसे अद्भुत कलाकारों के साथ काम करना अपने आप में एक अनुभव था. लेकिन मेरी पसंदीदा सुरेखा सीकरी मैम थीं, जिन्होंने दादी सा का किरदार निभाया था और शो में मेरे दद्दू का किरदार निभाने वाले सुधीर पांडेय सर थे और श्रीति झा थीं, जो गंगा के किरदार में थीं. वे पूरी तरह से पेशेवर, अपने क्राफ्ट में बेहतरीन और समय के पाबंद हैं और बहुत ही व्यवस्थित भी हैं. उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ था, न सिर्फ कलाकार के रूप में, बल्कि मनुष्यों के रूप में भी. बाकी के कलाकार और क्रू टीम बहुत प्यारे थे.