किताब लिखना चुनौतीपूर्ण कार्य: ऋचा चड्ढा
अभिनेत्री ऋचा चड्ढा ने कहा है कि किताब लिखना उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा. एक लेखक के रूप में पदार्पण करने जा रहीं ऋचा नहीं चाहती थीं कि लोग उसके मन की आंतरिक क्रियाओं को जानें. आधिकारिक रूप से अब किताब पूरी हो चुकी है. ऋचा के जीवन के अनुभवों के बारे में इसमें मौजूद लंबी कहानियों के माध्यम से जाना जा सकता है.
मुंबई : अभिनेत्री ऋचा चड्ढा (Richa Chadda) ने कहा है कि किताब लिखना उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा. एक लेखक के रूप में पदार्पण करने जा रहीं ऋचा नहीं चाहती थीं कि लोग उसके मन की आंतरिक क्रियाओं को जानें. ऋचा ने एक बयान में कहा, "मैं यह हर बार कहती हूं लेकिन मैं भाग्यशाली हूं कि मैं बहुत सारी चीजों में व्यस्त रहती हूं और यह मुझे आगे बढ़ने में मदद करता है. मैं वह रचनात्मक आत्मा हूं, जो आत्म अभिव्यक्ति पर फलती-फूलती है."
उन्होंने कहा, "मुझे लिखना पसंद है. अगर मैं एक कारपेंटर या फोटोग्राफर भी होती तब भी लिख रही होती. किताब लिखना चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि लोग मेरे मन की आंतरिक क्रियाओं को जानें." अभिनेत्री के अनुसार, लेखन ने उन्हें एक साथ कई शूटिंग और परियोजनाओं की थकावट से विराम दिया.
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उन्होंने कहा, "मैं जानती थी मैं डेडलाइन में बंधी हूं और मुझे एहसास हुआ कि मुझे थोड़ी शांति चाहिए. मैं पहले से ही इसके आधे से अधिक पर काम कर चुकी थी लेकिन मुझे इस बिंदु पर ध्यान केंद्रित करना था कि मैं इसको लेकर रोज सोचूं. इसलिए शूटिंग से ब्रेक लेना जरूरी था ताकि मैं खुद को समय देकर किताब को पूरा कर सकूं."
आधिकारिक रूप से अब किताब पूरी हो चुकी है. ऋचा के जीवन के अनुभवों के बारे में इसमें मौजूद लंबी कहानियों के माध्यम से जाना जा सकता है.