बॉलीवुड के नामी सिंगर उदित नारायण (Udit Narayan) ने बॉलीवुड में अपने करियर के 40 साल पूरे कर लिए है. अपने अब तक के सफर को याद करते हुए मशहूर सिंगर ने कई खुलासे किए हैं. सिंगर ने बताया कि 40 साल के उनके इस सफर के 22 साल धमकी के भीतर बीते हैं. जबकि इस दौरान उनके दिमाग में कई बार सुसाइड का भी ख्याल आया है. दैनिक भास्कर से ख़ास बात करते हुए सिंगर ने बताया कि 40 साल पूरे के अवसर पर वो अब अपना खुद का यूट्यूब चैनल लांच करने जा रहे हैं. अपने सफर को याद करते हुए सिंगर ने कहा कि मुंबई जब आया था तब का संघर्ष काफी अलग था. एक कमरे में 6-7 लोगों के साथ रहा करते थे. पहला काम मिलने में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा. तब जाकर उन्हें 1980 में आई फिल्म उन्नीस बीस में गाने का मौका मिला. लेकिन उन्हें असली पहचान मिली फिल्म क़यामत से कयामत से. जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
लेकिन इसके साथ उदित नारायण ने बताया कि जब वो फेमस हो गए तो उन्हें धमकियां मिलने लगी. लोग उन्हें फोन कर धमकाते ए पैसे मांगते थे. जिसके बाद उनकी मदद मुंबई क्राइम ब्रांच ने की. साल 1998 के पुलिस कमिश्नर एम एन सिंह ने उनकी मदद की और 2 पुलिस वाले उनके साथ रख दिए. राकेश मारिया ने भी उनकी मदद की और सुरक्षा मुहैया करवाई.
उदित नारायण के मुताबिक साल 1998 से लेकर 2019 तक उनका वक़्त धमकी के साए में ही बिता है. तो वही उदित बताते हैं कि मुझे आए दिन धमकियां मिलती और स्ट्रेस देने की कोशिश की जाती थी ताकि अच्छा परफॉर्म ना कर संकू. कई रातें बिना सोए गुजरती थीं. डिप्रेशन में भी गया जिसके चलते आत्महत्या तक के ख्याल आए.