अभिनेता शेखर सुमन (Shekhar Suman) ने 'एक मुलाकात' की रिकॉडिर्ंग को लेकर लेखक, निर्देशक और निर्माता सैफ हैदर हसन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का सहारा लिया है. उनका दावा है कि बाद में हुई इस रिकॉडिर्ंग को लेकर उनसे सहमति नहीं ली गई, न ही उन्हें रिकॉडिर्ंग की जानकारी थी. उन्होंने अपने कानूनी नोटिस में टिकट पोर्टल बुक माइ शो का भी उल्लेख किया है. वहीं उन्होंने 26 जून को नोटिस भेजा था.
सुमन और हसन ने साल 2014 में 'एक मुलाकात' के लिए एक साथ सहयोग किया था. इसके लिए उन्होंने दुबई, सिंगापुर, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, लखनऊ, हैदराबाद, लुधियाना, इंदौर और नई दिल्ली का दौरा किया था. इसमें दीप्ति नवल भी थीं. अभिनेता के अधिवक्ता अजातशत्रु सिंह ने हसन के पंजीकृत स्थान पर डाक के माध्यम से नोटिस भेजा है. उसमें कॉपीराइट के उल्लंघन और बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन, आपसी सहमति के बिना किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर 'एक मुलाकात' के वितरण संबंधी उल्लंघन का जिक्र किया गया है. यह भी पढ़े: सुशांत सिंह राजपूत मामले में शेखर सुमन ने पुन: जांच की मांग की
नोटिस में कहा गया है कि समझौते पर हस्ताक्षर के समय दोनों कलाकारों द्वारा नाटक के लिए विशेष रूप से थियेटर में प्रसारण की बात थी, न कि वेबकास्ट और ब्रॉडकास्ट की. इस बारे में अभिनेता ने कहा, "मैं किसी भी पार्टी को अपने करियर को खतरे में डालने की अनुमति नहीं दूंगा. निर्देशक ने मेरी सहमति और ज्ञान के बिना पूरे नाटक को रिकॉर्ड किया था." यह भी पढ़े: #MeToo मूवमेंट को लेकर शेखर सुमन ने कंगना रनौत पर साधा निशाना, दिया ये बड़ा बयान
उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा यह कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की धारा 38 ए के तहत कलाकारों के अधिकार का सरासर उल्लंघन है, क्योंकि मैंने निर्देशक को अपना काम रिकॉर्ड करने, स्टोर करने और वेबकास्ट करने के लिए अधिकृत नहीं किया है और न ही इस संबंध में कोई लिखित समझौता हुआ है।"