मिलिंद सोमन ने डिलीट किया अपना TikTok अकाउंट, वीडियो शेयर करके चाइनीज प्रोडक्ट्स को किया बॉयकॉट
मशहूर एक्टर और मॉडल मिलिंद सोमन भी अब इस एप को अलविदा कह दिया है. इसी के साथ उन्होंने देश में चाइनीज प्रोडक्ट्स को बैन करने की मांग उठाई है.
टिकटोक एप (TikTok App) के भारत ने सबसे ज्यादा यूजर्स मौजूद हैं. जून, 2019 में की गई स्टडी के अनुसार, देश में हर महीने 120 मिलियन लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे थे. इसी के साथ टिकटोक एप को कई सारे सेलिब्रिटीज ने भी जॉइन करके इसे सपोर्ट किया. दीपिका पादुकोण, सनी लियोन से लेकर कई पॉपुलर लोगों ने हाल ही में इस एप को जॉइन किया. लेकिन अब देशभर में इस एप को बैन करने की मांग उठ रही है.
इसके पीछे न केवल टिकटोक वर्सेज यूट्यूब (TikTok vs Youtube) विवाद बल्कि ये एप मेड इन चाइना (Made in China) होने के चलते भी लोगों के निशाने पर आ गया है. मशहूर एक्टर और मॉडल मिलिंद सोमन (Milind Soman) ने भी अब इस एप को अलविदा कह दिया है. इसी के साथ उन्होंने देश में चाइनीज प्रोडक्ट्स को बैन करने की मांग उठाई है.
ट्विटर पर सोनल वांगचुक (Sonal Vangchuk) का एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, "अब मैं टिकटोक पर नहीं हूं. #बॉयकॉटचाइनीजप्रोडक्ट्स."
इस वीडियो के लंबे वर्जन में उन्होंने कहा, "एक तरफ हमारे सिपाही उनसे लड़ रहे हैं और दूसरी तरफ हम चाइनीज प्रोडक्ट खरीद रहे हैं जिनमें टोकटोक जैसे एप्स भी शामिल हैं. हम उन्हें करोड़ों का व्यापार देते हैं ताकि वो अपनी आर्मी की हमसे लड़ने के लिए मजबूत कर सकें."
उन्होंने कहा, "चाइना का सबसे बड़ा डर उसके अपने लोग हैं, उनकी 140 करोड़ आबादी, जुन्हें मजदूरों की तरह ट्रीट किया जाता है बिना किसी मानवाधिकार के और जो सरकार को अपनी मजदूरी से अमीर बनाते हैं. कोरोना वायरस के बाद फैक्ट्रीयां बंद हैं और एक्सपोर्ट पर असर पड़ा है, इससे बेरोजगारी बढ़ी है. लोग गुस्से में हैं."
आगे उन्होंने कहा, "अगर 130 करोड़ लोग मिलकर मेड इन चाइना प्रोडक्ट्स को बैन करने की पहल शुरू कर दें तो इसका वैश्विक स्तर पर असर पड़ेगा. ये हमारी अपनी इंडस्ट्री की भी मदद करेगा.
देखें मिलिंद सोमन का ये ट्वीट:
मिलिंद ने सोशल मीडिया पर अपनी इस आवाज से लोगों को प्रभावित किया है. इससे पहले टीवी एक्टर कुशल टंडन ने भी टिकटोक को बैन करने के लिए अपनी आवाज उठाई थी क्योंकि ये एक चाइनीज प्रोडक्ट है. कुशल ने लिखा था, "पूरी दुनिया आज चाइना के कारण प्रभावित है लेकिन कई सारे भारतीय टिकटोक जैसे एप्स से उन्हें आर्थिक मदद दे रहे हैं. एक तरफ चाइना ने टिकटोक ऐसे लोगों के लिए बनाया था जो बेकार हैं और जिनके पास करने के लिए कुछ भी नहीं, वहीं हमें खुद को देखना चाहिए. हर कोई टिकटोक पर है, टिकटोक का इस्तेमाल करके मैं कभी भी इसके समर्थन में नहीं था."