वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद लता मंगेशकर ने धोनी से की ये भावुक अपील
आईसीसी विश्व कप-2019 के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार के बाद धोनी के रिटायर होने की चर्चा तेज हो गई है, ऐसे में स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने धोनी के संस्यास लेने की खबर अपना पक्ष रखा हैं. लता जी ने धोनी से संन्यास ना लेने की अपील की हैं.
वर्ल्ड कप 2019 (World Cup 2019) के सेमीफाइनल (Semifinal) में भारत (India) और न्यूजीलैंड (New Zealand) के बीच हुए मुकाबले में 18 रनों से हार गया. भारत की इस हार के साथ ही एक बार फिर विश्व कप जीतने का उसका सपना अधूरा रह गया. टीम इंडिया की इस हार से आम लोगों के साथ सेलेब्स (Celebs) भी निराश है. लेकिन टीम इंडिया की पूरे सीरीज में शानदार परफॉर्मेंस (Performance) को देख हर कोई उनकी तारीफ कर रहा हैं. इस वर्ल्ड कप के बाद माना जा रहा है कि टीम इंडिया के महान खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी (M S Dhoni) भी क्रिकेट को अलविदा कह देंगे. दरअसल इस इस विश्व कप में धोनी की स्ट्राइक रेट को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं. हालांकि विराट कोहली ने धोनी के संन्यास के सवाल पर कहा, "नहीं, उन्होंने अभी तक हमें इस बारे में नहीं बताया है."
ऐसे में अब स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने भी धोनी के संस्यास लेने की खबर अपना पक्ष रखा हैं. लता जी ने धोनी से संन्यास ना लेने की अपील की हैं. ट्वीट करके लता मंगेशकर ने लिखा “नमस्कार महेंद्र सिंह धोनी जी. आज कल मैं सुन रही हूं की आप रिटायर होने जा रहे हैं. कृपया आप ऐसा मत सोचिए. देश को आप के खेल की ज़रुरत है. ये मेरी भी रिक्वेस्ट है कि रिटायरमेंट का विचार भी आप मन में मत लाइए.”
इसके साथ ही लता मंगेशकर टीम को हौसला देते हुए कहा कि हम भले ही जीत ना पाए हो लेकिन हारे नहीं हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपना गाया हुआ गीत 'आकाश के उस पार भी' को शेयर किया है.
वैसे आपको बता दे कि विराट कोहली ने सेमीफाइनल में धोनी की बल्लेबाजी पर कहा, "बाहर से देखना हमेशा से आसान रहा है. हम कहते हैं कि यह हो सकता था वो हो सकता था लेकिन आज वह जडेजा के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे और उनके बाद भुवनेश्वर कुमार को बल्लेबाजी करने आना था. इसलिए धोनी का एक छोर संभालना जरूरी था क्योंकि दूसरे छोर से जडेजा अच्छा खेल रहे थे."
कप्तान ने कहा, "आपको एक मजबूत साझेदारी चाहिए होती है और खराब स्थिति से 100 रनों की साझेदारी करना बेहतरीन है. मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी एक छोर पर आराम से खेले और एक छोर से तेजी से रन बनाए, ऐसा करने से सही संतुलन बनता है." धोनी ने इस मैच में 72 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाए. उनके आउट होने के बाद से मैच कीवी टीम की तरफ चला गया था.