भोजपुरी सुपरस्टार Khesari Lal Yadav के फेसबुक पोस्ट का कमाल, परिवार से मिली लापता बुजुर्ग महिला
एक भोजपुरी स्टार द्वारा साझा की गई एक फेसबुक पोस्ट के जरिये एक बुजुर्ग महिला एक साल पहले अपने घर से लापता होने के बाद फिर से अपने परिवार से मिल गई. 71 वर्षीय निर्मला देवी पिछले साल जुलाई में बिहार के दानापुर स्थित अपने घर से निकली थीं और परिवार ने उनका पता लगाने की काफी कोशिश की लेकिन वह नहीं मिली थी.
एक भोजपुरी स्टार द्वारा साझा की गई एक फेसबुक पोस्ट के जरिये एक बुजुर्ग महिला एक साल पहले अपने घर से लापता होने के बाद फिर से अपने परिवार से मिल गई. 71 वर्षीय निर्मला देवी पिछले साल जुलाई में बिहार के दानापुर स्थित अपने घर से निकली थीं और परिवार ने उनका पता लगाने की काफी कोशिश की लेकिन वह नहीं मिली थी. भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) इस साल मार्च में अपनी फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में प्रयागराज में थे.
15 मार्च को वह अपना जन्मदिन मनाने के लिए नैनी क्षेत्र के एक आश्रम में गए. उन्होंने आश्रम के लोगों के साथ अपने जन्मदिन का केक काटा. कुछ दिन पहले उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर इस इवेंट की एक तस्वीर पोस्ट की थी. निर्मला देवी के रिश्तेदार राम प्रताप सिंह ने फेसबुक फोटो देखा और परिजनों को सूचना दी.
लखनऊ में रहने वाली निर्मला देवी के भतीजे महेश मल ने कहा, "मेरी चाची 28 जुलाई, 2020 को दानापुर से घर से निकली थीं और जब हमने उनकी तलाश शुरू की, नहीं मिली . हमको इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह प्रयागराज में रह सकती है. लेकिन जब हमें अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से खबर मिली कि उसे फेसबुक पोस्ट पर पोस्ट की गई तस्वीर में देखा जा सकता है, तो हम प्रयागराज पहुंचे और वह वहां हमको मिल गई. अब वह लखनऊ में हमारे साथ रह रही है.''
आधारशिला वृद्धा आश्रम के प्रबंधक सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि निर्मला देवी कुछ पारिवारिक कारणों से घर से निकली थीं. "वह किसी तरह वाराणसी पहुंची, वहां से विंध्याचल और फिर प्रयागराज के जीरो रोड बस स्टॉप गई."
उन्होंने कहा, "पिछले साल 3 अगस्त को, उन्हें आश्रम लाया गया था. हमने उनके घर का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास बेकार साबित हुए क्योंकि उन्हें कुछ भी ठीक से याद नहीं था." निर्मला देवी की तीन बेटियां हैं, प्रतिभा, संगीता और प्रभा सिंह.
सुशील ने कहा कि जब परिवार के सदस्यों ने निर्मला देवी से मुलाकात की और उनसे अपने साथ आने का अनुरोध किया, तो उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह आश्रम में खुश और सहज हैं. हालाँकि, उन्होंने फिर से उनकी काउंसलिंग की जिसके बाद वह लखनऊ में अपने भाई के साथ रहने के लिए तैयार हो गई.