फीस बढ़ाने के विरोध में एफटीआईआई के चार छात्र अनिश्चित काल के लिए भूख हड़ताल पर
साल 2013 में इसकी सालाना फीस 55,380 रुपए थी लेकिन 2020 तक अब ये 1,18,323 रुपए हो चुकी हैं.
फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे (एफटीआईआई) के 4 छात्र फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक हर साल बढ़ रही फीस के विरोध में 4 छात्र अनिश्चित काल भूख हड़ताल पर बैठे हैं. छात्र संघ का कहना है कि हर वर्ष शैक्षणिक और प्रवेश परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी की जाती है, जो बिल्कुल गलत है. उन्होंने दावा किया कि शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के शुल्क 2013 के बाद से हर साल 10 प्रतिशत बढ़ी हैं. जानकारी के मुताबिक साल 2013 में इसकी सालाना फीस 55,380 रुपए थी लेकिन 2020 तक अब ये 1,18,323 रुपए हो चुकी हैं. इसके साथ ही एफटीआईआई और सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट के जॉइंट एंट्रेंस टेस्ट फी भी बढ़ा दी है. साल 2015 तक एंट्रेंस एग्जाम की फीस 1500 रुपए थी लेकिन 2020 के लिए इसकी फीस 10000 रुपए तक पहुंच गई हैं.
ऐसे में इन सभी स्टूडेंटस ने हर साल 10 प्रतिशत के हिसाब से बढ़ने वाली फीस पर रोक लगाने की मांग की है. छात्र संघ का कहना है कि बढ़ती फीस के खिलाफ पिछले 3 साल से मांग चल रही हैं. लेकिन किसी का भी उसपर ध्यान नहीं गया. ऐसे में इसका पुरजोर तरीके से विरोध किया जा रहा है और अब 4 छात्र अनिश्चित काल भूख हड़ताल पर बैठे हैं.
इसके साथ ही स्टूडेंट्स ने JET 2020 को तुरंत रोकने की मांग की है जब तक एंट्रेंस एग्जाम की फीस को कम नहीं किया जाता.