जब इस गीत को सुनने के लिए बेचैन हुए थे अटल जी, तब इस सिंगर से की थी गाने की गुजारिश
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब इस दुनिया में नहीं रहें. गुरुवार शाम 5:05 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली. अटल जी को कविताएं लिखना, किताबें पढ़ना और फिल्में देखना बेहद पसंद था
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब इस दुनिया में नहीं रहें. गुरुवार शाम 5:05 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली. अटल जी को राजनीति के अलावा कविताएं लिखना, किताबें पढ़ना और फिल्में देखना बेहद पसंद था. इसके अलावा उन्हें गाने सुनना भी काफी अच्छा लगता था. वह सिंगर और कंपोजर भूपेन हजारिका के भी बहुत बड़े फैन थे. एक बार अटल जी ने भूपेन हजारिका से अपने पसंदीदा गीत को गाने की गुजारिश की थी. भूपेन हजारिका दिल्ली में परफॉर्म कर रहे थे. उनकी परफॉर्मेंस लगभग खत्म ही हो चुकी थी जब उनके पास अटल जी द्वारा लिखी गई एक चिट्ठी आई.
अटल बिहारी वाजपेयी ने उस चिट्ठी पर अपने पसंदीदा गाने का नाम लिखा था. इस गाने का नाम था 'मोई एती जाजाबोर' था. यह एक असमी गाना है. जब भूपेन ने वो चिट्ठी चिट्ठी पढ़ी, तब उन्हें याद आया कि उन्होंने इस गीत को नहीं गाया है. फिर अंत में उन्होंने इस गीत को भी गाया और बाद में वाजपेयी जी से भी मिले. वाजपेयी जी ने उन्हें बताया कि वह इस गीत को सुनने के लिए तड़प रहे थे और इसलिए उन्होंने उनसे वो गाना गाने के लिए निवेदन किया .
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद केंद्र सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने की घोषणा की है. शुक्रवार को दिल्ली में 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. भारत और विदेश में भारतीय दूतावासों में 16 अगस्त से 22 अगस्त के बीच राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.