जयपुर, 22 दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि महिला सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है। साथ ही, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को संगठित अपराध एवं पेपर लीक के मामलों में ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
शर्मा ने मुख्यमंत्री कार्यालय में पुलिस अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक की।
बैठक में उन्होंने कहा,‘‘गत वर्षों में महिला उत्पीड़न के मामले बड़े पैमाने पर राजस्थान में सामने आए हैं, ऐसे में मातृशक्ति की समुचित सुरक्षा कर प्रदेश का सम्मान एवं गौरव लौटाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। इसके लिए विभाग सभी आवश्यक कदम उठाएं तथा त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई करें।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेपरलीक कर युवाओं एवं उनके परिवारों की आशाओं पर कुठाराघात करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा तथा ऐसे मामलों की जांच के लिए गठित विशेष जांच बल प्रभावी कार्रवाई करते हुए सभी दोषियों को सजा दिलाएगा एवं पेपरलीक के पीड़ित युवाओं को न्याय देगा।
शर्मा ने पुलिस अधिकारियों को संगठित अपराध करने वाले गिरोहों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में संगठित अपराध पूरी तरह समाप्त होना चाहिए।
आधिकारिक बयान के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पुलिस सेवा में रहकर जनसेवा करना सौभाग्य की बात है। उनका कहना था कि यह काम संवेदनशीलता एवं गुणवत्ता के साथ करना हर अधिकारी का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि गत वर्षों में विभिन्न प्रकार के अपराधों में बढ़ोतरी हुई है जिसका राज्य की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें राज्य की इस छवि को बदलना होगा। जनता का पुलिस में विश्वास फिर से सुदृढ करना होगा एवं अपराधियों में भय व्याप्त करना होगा।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस काम में पुलिस अधिकारियों का हर प्रकार का सहयोग करेगी।
शर्मा ने अपराध नियंत्रण तथा प्रदेश की कानून व्यवस्था से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गृह विभाग तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि महिला सुरक्षा राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है जिसके लिए हर स्तर पर उचित समन्वयन के साथ कार्य किया जाएगा।
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